टेलीग्राफ अख़बार में लखनऊ डेटलाइन से पीयूष श्रीवास्तव की एक बाईलाइन स्टोरी है। क्या ग़ज़ब खबर है साहब। पटक पटक कर धोया है योगीजी को।
कोलकाता के दैनिक The Telegraph ने तो आज योगी सरकार की बखिया उधेड़ दी। योगी सरकार का एक विज्ञापन कल के Sunday Express (The Indian Express) के रविवार edition के फ्रन्ट पेज पर छपा था। सारा गुणा-गणित (सरकार की आधारभूत संरचना, मतलब infrastructure) ठीक-ठाक था, परंतु दो तस्वीरों नें पूरी सरकार और उसकी machinery की भद पिटवा दी।
पहला, कोलकाता का फ्लाइओवर (जिसपर पीले रंग की कैब/टैक्सी चलती दिखाई दे रही है, जो पूरे देश में कहीं नहीं चलती) और दूसरा अमेरिका की एक फैक्ट्री की फोटो! और The Telegraph ने भी एक गजब की, मुहँ चिढ़ाती हुई, headline डाली – Thank you, Yogi beta: Maa.. और तुर्रा ये कि खबर फ्रन्ट पेज पर छपी, Express के विज्ञापन के साथ!
Indian Express ने तो एक बयान जारी कर के (कि गलती मार्केटिंग डिपार्ट्मन्ट की है) अपना पल्ला झाड़ लिया पर सरकार के ज़िम्मेदार अफसरों ने Indian Express के ट्वीट को री-ट्वीट कर के अपने गुनाहों की इतिश्री कर ली।
जानकारों के अनुसार, निदेशक, सूचना, शिशिर, जो कि एक PCS से प्रोन्नत हो कर IAS बने हैं, उनकी जिम्मेदारी होती है किसी भी विज्ञापन में तस्वीर छाँटने की। बाकी भाषा और अन्य के सम्पादन की जिम्मेदारी deputy director of information हेमंत सिंह संभालते हैं, जो अभी चुनाव तक (मार्च 2021 में retire होने के बाद से) extension पर हैं।
तो सवाल ये उठता है कि किसके सर इस गलती का ठीकरा फोड़ा जाएगा! Indian Express लखनऊ के मार्केटिंग के एक सूत्र ने बताया कि सिचूएशन अभी `fluid’ है। मतलब लखनऊ की मार्केटिंग टीम पर गाज गिर सकती है, क्योंकि मार्केटिंग और ad agency vermilion (जो Express का काम देखती है उत्तर प्रदेश में) के लोगों ने फोन उठाना बंद कर दिया है।
उधर तृणमूल काँग्रेस को बैठे-बिठाए एक मुद्दा मिल गया है। वरिष्ठ TMC नेता डेरेक ओ’ब्रायन ने कहा है कि अगर योगी जी चाहें तो हम उनको अपने प्रदेश के कुछ और विकास संबंधी कार्यों की तस्वीरें भेज देते हैं, जो उनके अगले advertisements में काम आएंगी।
इधर, शिशिर जी ने न तो whatsapp पर किसी सवाल का जवाब दिया, ना तो हेमंत सिंह ने!! कुछ देर बाद फोन करने पर दोनों `जिम्मेदार’ अफसरों का प्राइवेट नंबर भी बंद हो गया था।
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