पत्रकारों और गैर पत्रकारों के वेतन सुविधाये तथा एरियर से जुड़े मामले में सभी मीडियाकर्मियों से निवेदन है कि अपना क्लेम फाइल तैयार कराने के लिए माननीय सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में पत्रकारों की लड़ाई लड़ रहे अधिवक्ता उमेश शर्मा से संपर्क करने हेतु 30 अप्रैल को आयोजित होने वाले वर्कशाप में शिरकत करें। दोस्तों आपको बता दूं ये आखिरी मौका है। अभी नहीं तो कभी नहीं।
आप इतिहास पलट कर देख लीजिये। क्रांति कंप्लेन करने से ही आई है। सपोज कीजिये अगर आप का कोई घर कब्ज़ा करे तो क्या आप पुलिस के पास या कोर्ट कचहरी जाकर क्लेम नहीं करेंगे। क्या सिर्फ ये सोचने से कि दूसरे लोगों के मांगने से हमारा घर भी मिल जायेगा, आपको वाकई सफलता मिल जाएगी? आप भ्रम में हो यहाँ। सिर्फ उन्हीं को मजीठिया का लाभ मिलेगा जो क्लेम फाइल करेंगे। क्लेम करने वाले की राशि एक दो लाख नहीं बल्कि 22 से 25 लाख तक पहुंच रही है और ये उन्हें ही मिलेगा जिन्होंने क्लेम किया है। अभी मुम्बई के श्रम विभाग से लौटा हूँ। वहां भी अधिकारी कह रहे हैं कि कोई क्लेम ही नहीं करता। महाराष्ट्र में मंत्रालय में जो बैठक होगी वहां भी हमारी यही कमजोर नस दबाई जायेगी। अभी भी मौका है। उमेश शर्मा जी के जरिये क्लेम फ़ाइल तैयार कराइये। इसके लिए 30 अप्रैल को चलिए दिल्ली चलें। साफ साफ़ कह दूं कि अभी नहीं तो कभी नहीं।
30 अप्रैल के वर्कशाप में शामिल होने के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें :
http://www.bhadas4media.com/print/9275-workshop-4-majithia
शशिकांत सिंह
पत्रकार और आरटीआई एक्टिविस्ट
मुंबई
संपर्क : [email protected]
Kashinath Matale
April 18, 2016 at 10:10 am
[i]Dear Sir[/i],[b]
Hitavada Shramik Sangh, Nagpur’s case regarding Majithia Wage Board for proper implementation is pending before the Govt Of Maharashtra, Additional Labour Commissioner, Civil Lines Prashaskiy Building No. 2 for justice.
Only 12 employees came out for legal fight. Claim karana bahot hi jaruri hai. Claim nikalna bhi complicated hai.
Employees aasanise milneki rah dekh rahe hai.
Baki Dusre ke khande ka sahare ki rah dekh rahe hai.[/b]
Thanks !!
anjaan
April 19, 2016 at 2:36 am
जो लोग पहले ही मजीठिया वेज बोर्ड के हिसाब से सीए से अपना हिसाब बनवा चुके , क्या उनको भी इस कार्यशाला में आना है। हमने पुराने वेतन और मजीठिया के अनुसार मिलने वाले वेतन के आधार पर एरियर निकाला है। इसमें भी मणिसाना को भी आधार माना है।