Abhishek Mehrotra : कब तक हम पत्रकार इस तरह की बिकाऊ हेडिंग लगा लगा कर एक अच्छे कैंपेन को चीप बनाने की कोशिश करते रहेंगे। एक तर्क ये भी है कि चीप हेडिंग की वजह से ये खबर पढ़ी जाएगी, पर आज मुझे याद आ रही है नरेंद्र पाल सिंह NP Sir की वो बात कि ‘मर्डर’ जैसी फिल्में भी लोकप्रिय होती है और ‘तारे जमीं पर’ भी। पर ‘तारें जमीं पर’ कभी-कभी बनती है और ‘मर्डर’ जैसी कई फिल्में बन जाती हैं। इसलिए कम से कम सकारात्मक खबरों को हमें ‘मर्डर’ स्टाइल में नहीं बल्कि ‘तारे जमीं पर’ के स्टाइल में पेश करना चाहिए। साथीगण चाहे तो इस खबर के लिए अच्छी हेडलाइन उपलब्ध करा सकते हैं…
Ram Lakhan Rajput : ये लड़की ब्रेस्ट कैंसर को लेकर जागरूकता फैला रही है, एबीपी न्यूज से ऐसी उम्मीद नहीं की जा सकती… राष्ट्रीय स्तर के चैनल की वेबसाइट खबरों को गलत तरह से प्रचारित कर रही है.. निवेदन है ऐसी पोस्ट न भेजें… मैं बहुत परेशान हूं एबीपी की वाहियात और दस दिन पुरानी खबरों की पोस्ट से… मुझे समझ नहीं आता कि आपकी खबरें मेरे पास क्यों और आती कैंसे हैं…
अभिषेक मेहरोत्रा और राम लखन राजपूत के फेसबुक वॉल से.
Comments on “एबीपी न्यूज का घटियापना… एक अच्छे कैंपेन की घटिया हेडिंग….”
aise me logo ka patrakarita se bhi viswas ut raha hai … sahi hai aaisa nahi hona chahiye …
बेशर्मी और नंगई। टीआरपी के लिए कुछ भी करेगा।
😆 मैंने तो इसी लिए उन्लिके कर दिया बावले abp वालो को
TRP KE LIYE NANGA NANCH
ye channal ptrakarita ke PRAIT HAIN, inki PRETCHHATA se bacho mitri