Girish Malviya-
इनसे ज्यादा उम्मीद मत पालिए, ये बिक चुके हैं… ये दीगर बात है कि छप के बिके हैं या बिक के छपे हैं
अडानी की हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से मार्केट के लाखों करोड़ का नुकसान हुआ होगा लेकिन इंडियन एक्सप्रेस और दैनिक भास्कर को तो फायदा हुआ है.. उन्हें एक एक फुल पेज विज्ञापन मिल गया है…
कई साल पहले टाइम्स ऑफ इंडिया समूह के विनीत जैन ने एक अमेरिकी पत्रिका को इंटरव्यू में कहा था कि हम कोई मीडिया या न्यूज के बिजनेस में नहीं हैं, हम हैं विज्ञापन के बिजनेस में। अगर हमारी इनकम का 90 प्रतिशत हिस्सा विज्ञापनों से आता है तो हमें यह कहने में हर्ज नहीं होना चाहिए कि हम विज्ञापन की दुनिया के लोग हैं
इसलिए ही कहा कि इनसे ज्यादा उम्मीद मत रखिए……
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