गिरीश मालवीय-
हिंडनबर्ग रिपोर्ट सामने आने के पिछले दो कारोबारी दिनों में अडानी ग्रुप के मार्केट कैपिटलाइजेशन (Mcap) में से चार लाख करोड़ रुपये साफ हो गया है। सबसे अधिक अडानी टोटल गैस (Adani Total Gas) के मार्केट कैप में गिरावट आई है। दो दिनों में इसके Mcap में एक लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा की गिरावट देखी गई।
अदानी की इस कंपनी की वैल्यू को 2018 में कैसे बढ़ाया गया था इस पुरानी पोस्ट से समझिए-
रायटर की ख़बर है कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद सेबी ने ‘अदानी-होल्सिम डील’ में इस्तेमाल SPV का ब्यौरा मांगा है और अदानी ग्रुप के हाल के सौदों की भी छानबीन तेज की है….
अडानी के आज खुलने वाले FPO में सिर्फ एलआईसी और SBI का ही पैसा नही लगवाया गया है बल्कि भारतीय स्टेट बैंक कर्मचारी पेंशन फंड के हजारों करोड़ को भी अडानी के हवाले कर दिया गया है
सोर्स : बिजनेस स्टैंडर्ड
ऐसे ही उत्तर प्रदेश बिजली कर्मचारियों के PF फंड का पैसा डिफॉल्टर कंपनी डीएचएफएल लगवा कर डुबो दिया गया था।