यशवंत सिंह-
अहमदाबाद में गौतम अडानी और राहुल कँवल की एक बैठक होती है। ये दोनों साथ में चाय पीते हुए गपशप करते हैं। ये दृश्य कइयों ने देखा। चुनाव के चलते गुजरात में इस समय वरिष्ठ पत्रकारों और संपादकों का मेला लगा हुआ है। सो, गौतम अडानी और राहुल कँवल के मुलाक़ात की खबर जंगल में आग की तरह फैल जाती है। लोग थोड़ा नमक मिर्च भी लगाए। फाइनल खबर हवा में ये बनी कि ‘राहुल कँवल देंगे आजतक ग्रुप से इस्तीफ़ा, अडानी वाले एनडीटीवी की सम्भालेंगे कमान’!
इस बात को तेजी से फैलाया जाने लगा।
इधर राहुल कँवल सफ़ाई देते फिर रहे हैं कि बस एवें ही मुलाक़ात थी। जॉब को लेकर कोई बात नहीं हुई। उनके इस्तीफ़े की बात पूरी तरह अफ़वाह है। टीवी टुडे के एक वरिष्ठ अधिकारी भड़ास से बातचीत में कहते हैं- राहुल को लेकर जो अफ़वाह फैलाई गई है वह किन्ही शरारती लोगों का काम है।
ये तो हुई एक बात। दूसरी बात ये है कि अडानी को वाक़ई एक बड़े चेहरे की तलाश है। एनडीटीवी चलाने के लिए उन्हें ठीकठाक़ मैनेजिंग एडिटर चाहिए। रवीश कुमार को एनडीटीवी से जाना ही जाना है। उनकी जगह या उससे भी ऊपर अडानी किस पत्रकार को ले आते हैं, इसकी अटकल जारी है।
माना जा रहा है कि अडानी ऐसे संपादक को प्रीफ़र करेंगे जो बाइलिंगुवल हो, स्क्रीन पर उसका चेहरा मोहरा ठीक हो, बतौर एंकर उसकी फ़ालोइंग ठीकठाक़ हो, क्रांतिक़ारी न हो, शासन सत्ता को उस पर भरोसा हो।
इस कैटगरी के हिसाब से देखा जाए तो गिने चुने पत्रकार ही बचते हैं। तो आप भी अंदाज़ा लगाइए कि अडानी वाले एनडीटीवी की कमान कौन पत्रकार सम्भालने जा रहा है!