Dayanand Pandey : अखिलेश यादव को मुलायम सिंह यादव अगर परिवारवाद की जकड़न और प्रशासन में यादव वर्चस्व से मुक्ति दे दें, थाना प्रभारियों में यादवों का जोर काम कर दें और कि अपना हस्तक्षेप भी कम से कम कर दें तो शायद अखिलेश सरकार की फजीहत में कुछ कमी आ जाए । नहीं तो लगता है कि एक समय के सबसे नाकारा मुख्यमंत्री श्रीपति मिश्र का भी सारा रिकार्ड तोड़ देंगे। श्रीपति मिश्र के कार्यकाल में एक स्लोगन चलता था नो वर्क, नो कंप्लेंड!
ठीक वैसे ही जैसे नरसिंहा राव के कार्यकाल में कहा जाता था कि निर्णय न लेना भी एक निर्णय है । तो अखिलेश यादव भी अगर पिता का परिवारवाद, यादवी मायाजाल नहीं तोड़ पाएंगे तो प्रदेश का बंटाधार जो वह कर रहे हैं सो तो कर ही रहे हैं अपना भी सत्यानाश कर लेंगे । और अंतत: राहुल गांधी जैसे कागज़ फाड़ते घूमते थे, यह कुर्ता फाड़ते घूमेंगे । और नए-नए स्लोगनों की बरसात होने लगेगी । धूमिल की वह कविता
भाषा में भदेस हूं
इतना पिछड़ा हूं
कि उत्तर प्रदेश हूं !
आज कल कुछ ज़्यादा ही सर चढ़ कर बोल रही है उत्तर प्रदेश के । वैसे भी अब तक उत्तम प्रदेश बनने से वंचित उत्तर प्रदेश चार टुकड़ों में बंटने को तैयार बैठा है । तो अखिलेश यादव को समय रहते ही अपनी छवि खातिर कुछ तो कर ही लेना चाहिए। इस लिए भी कि यादव हो कर आप यादवों के नेता तो एक बार हो सकते हैं लेकिन मुख्य मंत्री होने के लिए तो आप को सफल प्रशासक ही बन कर रहना होगा । और कि अब तक के कार्यकाल में अखिलेश यादव एक असफल ही नहीं निकम्मे प्रशासक बन कर उपस्थित हुए हैं।
लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार दयानंद पांडेय के फेसबुक वॉल से.
kunvar sameer shahi
June 15, 2014 at 1:43 pm
bahut sahi kaha sir ji ,ho sakta hai ki kuch akal aa jaye..
Laatu
June 19, 2014 at 10:56 am
अये भई नेताजी अबकी बाअ पहान मंतई न बन पाये तो उनका मज़ाक बनाना शुऊ कअ दिए तुम लोग, हैँ ? देखना अभी भी नेताजी में बहुत दम है, दो हज़ाअ उन्नीस में नेताजी का पहान मंतई बनना औव साप्पदायिक छत्तियों की हाअ तय है, फिअ देखना तुम्हाई का गत बनाई जावेगी।
Laatu
June 19, 2014 at 11:04 am
जआ ध्यान से सुनो; उत्तअ पदेस के बाए में कोई भी गलत बात नहीं सही जाएगी, औअ न ही सुनी जाएगी. हम दोनों बाप बेटे भी जल्दी ही अपनी सीधी नाक की तवह सीधी सवकावी पालिसी बनाने का काम कव वही हैं, हम कोई भी कोव कसव नहीं छोड़ वहे, जवूवत पवने पव नाक को भी सीधा किया जावेगा!
Laatu
June 19, 2014 at 11:07 am
जवूवत पवने पव नाकों को भी दुबावा सीधा किया जावेगा!