बदायूं में अमर उजाला कर रहा भाजपाईयों की चाटुकारिता… दैनिक जागरण का भाजपाई चोला तो सबको पता है लेकिन अब अमर उजाला भी उसी राह पर है। भाजपाईयों के गुणगान में जहां यह अखबार नंबर वन है वहीं सत्ताधारी नेताओं के खिलाफ वाली खबरों में नेताओं के नाम तक नहीं छापे जा रहे हैं। वहीं बरेली से प्रकाशित अमृत विचार व अन्य अखबार खुलकर उनका नाम लिख रहे हैं।
बदायूं अमर उजाला में नेताओं के लोकार्पण और शिलान्यास की खबरें छापी जा रही हैं, जहां काम तक नहीं हुए हैं, लेकिन किन नेताओं ने जनता को धोखा देते हुए लोकार्पण व शिलान्यास किए, उनका नाम तक नहीं छापा जा रहा है।
20 जनवरी के अंक में अमर उजाला ने आसफपुर और बदायूं की दो खबरें छापी हैं लेकिन किसी में विधायक या मंत्री का नाम नहीं लिखा है। यहां एक मंत्री लिखा गया है जबकि अमृत विचार में विधायक का नाम दिया गया है।
खास बात ये है कि खबर भी कोई ऐसी नहीं है कि जहां पर आचार संहिता का मामला होता। अमर उजाला बड़ी सफाइ से विधायक और नगर विकास मंत्री का नाम छिपा गया है। पत्थर में लिखा नाम भी ब्लर कर दिया है जबकि इन कार्यक्रमों की लंबी लंबी खबरें फोटो सहित इसी अमर उजाला ने छापी थीं।
दरअसल राज्यमंत्री महेश चंद्र गुप्ता इसी शहर के हैं तथा भाजपा सरकार में मंत्री भी हैं। चुनाव में डग्गा कहीं खतरे में न पड़ जाए इसलिए अमर उजाला उनके विरोध में खबरें छापने से बच रहा है। अमर उजाला बदायूं की इस भाजपाई कार्यशैली से अन्य दलों में रोष भी है। बता दें कि इससे पहले भी अमर उजाला भाजपाईयो के खिलाफ वाली विरोधी खबरें दबाता रहा है। चुनाव में यह चलन और बढ गया है। देखिये अमर उजाला और अमृत विचार में छपी दोनों खबरें और खुद आंकलन करिये-