अमिताभ श्रीवास्तव-
पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के एक ताज़ा बयान को विवादित बताकर हेडलाइन बनाने वाले समाचार चैनल गृहमंत्री अमित शाह के बेहद आपत्तिजनक और सांप्रदायिक बयान को नजरअंदाज़ कर गये हैं। अमित शाह ने जाटों का समर्थन हासिल करने के लिए बुलाई गई पंचायत में कहा- हमारा रिश्ता साढ़े छह सौ साल पुराना है। आप भी मुग़लों से लड़े हैं, हम भी लड़ रहे हैं।
सवाल यह उठना चाहिए कि क्या उत्तर प्रदेश की चुनावी लड़ाई बीजेपी मुग़लों से लड़ रही है? क्या यह मुसलमानों के खिलाफ घृणा के सतत अभियान की ही कड़ी नहीं है?
क्या हार की आशंका से बौखलाई बीजेपी के पास सत्ता हासिल करने के लिए सांप्रदायिक ध्रुवीकरण , हिंदू-मुसलमान की घृणा भड़काने के अलावा और कोई तरकीब, फार्मूला नहीं है ?
विकास की सारी बातें, सारे दावे, सब ऐलान अब हवा हो गये । अब दिव्य कुंभ और दीपोत्सव की बातें हो रही हैं।
मुख्यधारा का मीडिया बीजेपी से ये तीखे सवाल नहीं पूछेगा । नामागिरामी एंकर सच की शमशीर लेकर बस विपक्ष पर हल्ला बोलेंगे।
मौजूदा मीडिया सबसे बड़ा दलाल है सत्ता का।


One comment on “समाचार चैनल गृहमंत्री अमित शाह के बेहद आपत्तिजनक और सांप्रदायिक बयान को नजरअंदाज़ कर गये!”
Godi media wl b godi media till Bjp is at centre..It wl kp ignoring such news and giving unwanted space to news that suits the present regime….. After that we will need new name for this section of media…