यशवंत सिंह-
अमिताभ ठाकुर अरेस्ट कर लिए गए। उनके जो videos सामने आ रहे हैं वह लोकतंत्र के लिए अशुभ है। वे गिरफ़्तारी के पहले बार बार एफआईआर की कॉपी माँग रहे हैं और पुलिस वाले उन्हें जबरन गाड़ी में ढकेल रहे हैं। हज़रतगंज कोतवाली के एक कमरे से अमिताभ जी की ज़ोर ज़ोर से आवाज़ आ रही है। उनके साथ दुर्व्यवहार किए जाने की आशंका जताई जा रही है। दोनों video मैंने फ़ेसबुक पर पोस्ट-share किए हैं।
योगीराज में सत्ता की आलोचना करने वालों, घपले-घोटाले उजागर करने वालों के साथ जो सुलूक किया जाता रहा है, अमिताभ की गिरफ़्तारी उसी क्रम की चरम परिणति है।
अब चुप रहे तो हम लोगों के इंसान होने पर संदेह होगा। इंसान सोचता समझता और रिएक्ट भी करता है। यह हम लोगों को साबित करना होगा। इंसान जानवरों की तरह केवल और केवल खाने-सोने-हगने की फ़िराक़ में नहीं रहता, यह बताना होगा।
यूपी में शासन चाहें जिस भी दल का रहा हो, अमिताभ ठाकुर नूतन ठाकुर की जोड़ी सत्ता के स्याह सफ़ेद सामने लाने का काम करती रही है। इसलिए ये किसी एक दल या किसी एक सत्ता के विरोध का मामला नहीं है। मुद्दा लोकतंत्र के जीवित रखने का है। मुद्दा विरोध की आवाज़ को ज़िंदा रखने का है ताकि लोकतंत्र किसी निरंकुश तंत्र में न तब्दील हो जाए, जैसा अब दिख रहा है।
इसलिए अब कुछ करने का वक्त आ गया है।
आगामी सोमवार दिनांक तीस अगस्त को हम जहां भी हों, अपना विरोध दर्ज कराएँ। डीएम या एसडीएम को ज्ञापन दें, जुलूस निकालें, धरना दें, सोशल मीडिया पर #AmitabhThakurKoRihaKaro #YogiSarkarShameShame हैश टैग के साथ लिखें, YouTube Facebook Tweeter पर अपने विचार रखते हुए live video अपलोड करें। जो समझ में आए वो करें लेकिन करें ज़रूर ताकि आपके हम सबके इंसान होने की पुष्टि हो सके।
मैं ग़ाज़ीपुर जिले में हूँ। कल शनिवार को एसडीएम से अनुमति ली जाएगी सोमवार को विरोध प्रदर्शन करने के लिए। ग़ाज़ीपुर के साथियों से अनुरोध है कि वे सम्पर्क में रहें और सोमवार को खुद को तैयार रखें एक विरोध प्रदर्शन में सशरीर शामिल होने के लिए। कार्यक्रम के फ़ॉrमेट के बारे में कल शाम तक बता दिया जाएगा।
देश भर के पत्रकार साथियों, प्रेस क्लबों, पत्रकार संगठनों से ख़ासकर अनुरोध है कि वे अमिताभ ठाकुर के उत्पीड़न का विरोध दर्ज करते हुए यूपी सरकार की निंदा का प्रस्ताव पारित करें। सम्भव हो तो ज्ञापन, प्रदर्शन के कार्यक्रम का आयोजन करें।
कुलदीप वर्मा
August 27, 2021 at 10:18 pm
साफ-साफ लोकतंत्र की हत्या है ऐसा नहीं होना चाहिए यह एक आईपीएस अधिकारी है अगर उनके साथ ही ऐसा हुआ तो आम जनता के साथ कैसा होगा
Avanish भारद्वाज
August 28, 2021 at 12:57 am
Gd evening sir
Myself avanish bhardwaj was also a media person upto 2018 because of my nativeness and my sincerety for my work I m no long in media now but myself is a truthful person . I m with u . I know and everybody knows it that जिसकी लाठी उसकी भैस and it’s going on. जो सच्चा है वो गलत है जो चमचा है वो सही था , है, और हमेशा सही रहेगा । but time is always change for everyone.
Harish Chandra IAS r, former secretary ,Govt of India.chairman Rastriya janvadi party (Revolutionary), Rad
September 3, 2021 at 12:13 pm
गिरफ्तारी के समय ही मै अपने सोशल और पॉलिटिकल एक्टिस्ट 8-10 मित्रों के साथ हज़रत गंज कोतवाली जाकर विरोध प्रदर्शन के लिए जाने के लिए तैयार थे इसी बीच एक साथी ने श्री ठाकुर के विरूद्ध दाखिल एफआईआर की कॉपी भेजी जिसमें बलात्कार पीड़िता सुश्री प्रीति राय के आत्मदाह में श्री ठाकुर की संलिप्तता का उल्लेख था। इसलिए साथी थोड़ा सहम गए।फिर भी सुष्री नूतन ठाकुर से अमिताभ का पक्ष जानने के लिए दूरभाष पर मैंने कई बार कोशिश की,हम सभी श्री अमिताभ ठाकुर के उत्पीड़न के विरोध में खड़े होकर लोकतांत्रिक तरीके से विरोध प्रदर्शन करे लेकिन आज तक उनका कोई उत्तर प्राप्त नहीं हो सका।
हरीश चन्द्र आईएएस (अव प्रा)