मूलतः झारखण्ड के झुमरी तलैया से सम्बद्ध वरिष्ठ पत्रकार आनंद सिंह ने हिमाचल प्रदेश से प्रकाशित हिंदी दैनिक हिमाचल दस्तक को ज्वाइन किया है। यहाँ वह स्थानीय संपादक हैं। ले आउट पर खास पकड़ रखने वाले आनंद ने माखन लाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय से 1996 में पत्रकारिता की पढाई की थी। लोकमत समाचार, राजस्थान पत्रिका, अमर उजाला, दैनिक जागरण, राष्ट्रीय सहारा, नवभारत, हिंदुस्तान जैसे शीर्ष के अख़बारों में सीनियर पदों पर काम कर चुके आनंद ने 4यू टाइम्स जैसे प्रयोगधर्मी साप्ताहिक अख़बार को भी सफलतापूर्वक चलाया और बच्चों की दुनिया में रंग भरने का काम किया। 23 वर्षों से पत्रकारिता में लगे आनंद ने आज तक कोई सम्मान नहीं लिया है।
उधर, नीरज सिसौदिया ने भी ज्वाइन किया हिमाचल दस्तक. दैनिक जागरण, पंजाब केसरी, अमर उजाला, हिंदुस्तान में विभिन्न पदों पर काम करने के बाद वरिष्ठ पत्रकार नीरज सिसौदिया ने अपनी नई पारी हिमाचल दस्तक, कांगड़ा के साथ शुरू की है। यहां उन्हें मुख्य उप संपादक बनाया गया है। उन्हें प्रादेशिक डेस्क की जिम्मेदारी दी गई है। नीरज बीते डेढ़ दशक से पत्रकारिता में हैं। अभी हाल तक वे मेरठ हिंदुस्तान में वरिष्ठ उप संपादक के पद पर कार्यरत थे। उन्होंने नई दिल्ली से प्रकाशित नवोदय टाइम्स में भी काम किया।
Comments on “‘हिमाचल दस्तक’ में आनंद सिंह स्थानीय संपादक और नीरज सिसौदिया चीफ सब एडिटर बने”
Congrats anand singh sir.
बधाई आनंद सर
इन्हीं आनंद सिंह ने हिमाचल दस्तक् में फ्रंट पेज पर क्या लेख लिखा की हंस हंस के पागल हो गए पढ़ने वाले ऐसा लग रहा है ये आदमी कल ही पाकिस्तान को तबाह कर देगा। लिखा है …चीनियों की आंखें निकाल के इसके बच्चे गोटियां खेलेंगे….क्या बात है भई! …थर्ड क्लास हिंदी फिल्मों का पुराना डायलॉग।
अरे कोई इसे समझाओ की सदर का मतलब राष्ट्रपति होता है। प्रधानमंत्री को वजीर -ए -आजम कहते हैँ। प्रोटोकोल तोड़ कर हमारे सदर नहीं वजीर -ए -आजम नरेंद्र मोदी गए थे पाकिस्तान। और इसे बताओ कि नहमक नहीं अहमक होता है। पता नहीं क्या क्या लिखा है और भी।