Connect with us

Hi, what are you looking for?

सियासत

भाजपाई कब तक मुसलमानों और दलितों के लिए कुत्ता और कुत्ते के बच्चे जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते रहेंगे?

(मोहम्मद अनस)

Mohammad Anas : हरियाणा में दो दलित बच्चों को जिंदा जलाए जाने पर रक्षा राज्य मंत्री वीके सिंह ने कहा, ‘कोई कुत्ते को पत्थर मार दे तो सरकार ज़िम्मेदार नहीं होती।’ मंत्री जी कुत्ते के मारने पर किसी ने सरकार को ज़िम्मेदार नहीं ठहराया, हम सब तो इंसानियत की हिफाजत करने में जानबूझ कर पीछे रहने वाली सरकार से सवाल कर रहे हैं कि आखिर कब खत्म होगा हिंसा का सिलसिला। आखिर कब तक मुसलमानों और दलितों के लिए कुत्ता और कुत्ते के बच्चे का शब्द इस्तेमाल करते रहेंगे भाजपाई?

(मोहम्मद अनस)

Mohammad Anas : हरियाणा में दो दलित बच्चों को जिंदा जलाए जाने पर रक्षा राज्य मंत्री वीके सिंह ने कहा, ‘कोई कुत्ते को पत्थर मार दे तो सरकार ज़िम्मेदार नहीं होती।’ मंत्री जी कुत्ते के मारने पर किसी ने सरकार को ज़िम्मेदार नहीं ठहराया, हम सब तो इंसानियत की हिफाजत करने में जानबूझ कर पीछे रहने वाली सरकार से सवाल कर रहे हैं कि आखिर कब खत्म होगा हिंसा का सिलसिला। आखिर कब तक मुसलमानों और दलितों के लिए कुत्ता और कुत्ते के बच्चे का शब्द इस्तेमाल करते रहेंगे भाजपाई?

Advertisement. Scroll to continue reading.

केंद्रीय राज्य मंत्री वीके सिंह प्रधानमंत्री मोदी जी के बहुत खास हैं. इन्हीं वीके सिंह ने हरियाणा के जलाकर मारे गए उपरोक्त दो दलित बच्चों को कुत्ता कहा है, जिन्हें ऊंची जाति के अपराधियों ने बंद कमरे में जला कर मार डाला था। क्या आप सभी पाठकों को ये बच्चे कुत्ते नज़र आते हैं? अगर नहीं तो हर मिलने जुलने वाले भाजपाई को यह तस्वीर दिखा कर सवाल कीजिए कि आखिर वीके सिंह ने इन बच्चों की तुलना कुत्ते से क्यों की? शर्म कीजिए मंत्री जी।

एक मंत्री जिसने भारतीय गणतंत्र को संगठित और सुदृढ़ रखने की संवैधानिक शपथ खाई थी उसने डकार ले कर कहा है, ‘कुत्ते को पत्थर मारने पर सरकार ज़िम्मेदार नहीं होती।’ अपने ही देश के नागरिकों को कुत्ता कहने वाले वीके सिंह को ज़रूर नरेंद्र मोदी से शाबाशी मिलेगी, क्योंकि कुछ दिनों पहले साहब ने भी देश की जनता को कुत्ते का बच्चा कहा था। कुत्ता कहलाए जाने की परंपरा को बनाए रखने की अगली कड़ी में हो सकता है सेक्यूलर हिंदू जिसमें अगड़ी जाति के लोग, महिलाएं और वे हिंदू आ जाएं जो भाजपा को नहीं पसंद करते। मुसलमानों और दलितों के बाद जो बचते हैं वे हिंदू ही हैं। मुझे उन बुरे दिनों की याद शिद्दत से आती है जब टू जी घोटाला करके कुछ मंत्रियों और सांसदों ने सस्ते दर पर फोन कॉल और इंटरनेट की सुविधा मुहैय्या कराई थी। घोटाले तो अब भी हो रहे हैं लेकिन उसका लाभ जनता को नहीं मिल पा रहा है। छह हजार करोड़ से ऊपर का काला धन ‘बैंक ऑफ बड़ौदा’ की एक शाखा से बाहर चला गया और मोदी जी कहते रह गए, ‘सौ दिनों में काला धन वापस न लाऊं तो फांसी पर चढ़ा देना।’

Advertisement. Scroll to continue reading.

वीके सिंह जी हों या फिर नरेंद्र मोदी जी। दोनों ने सुनियोजित हिंसा में मारे गए भारतीयों की तुलना कुत्ते और कुत्ते के बच्चे जैसी उपमाओं से की है। आखिर देश यही तो चाहता था। देश को विकास से भला क्या मतलब। सोशल मीडिया पर भाजपा समर्थकों की भाषा जैसी है वैसी ही भाषा कैबिनेट मिनिस्टर्स और पीएम तक की है। मेरी बात पर यक़ीन न हो तो नरेंद्र मोदी के भाषण यू ट्यूब से उठा कर सुन लीजिए। ऐसी विषम परिस्थितियों में धैर्य बना कर रखना चाहिए, क्योंकि हम या आप अंग्रेजों के दलाल कभी रहे नहीं। जिनके कथित महापुरूषों ने अंग्रेजों से माफी मांगी, क्रांतिकारियों की मुखबिरी की वे देश में सहिष्णुता और बेहतरी कभी ला नहीं सकते। अब जो करना है हमें ही करना है। संघियों का जब तक बहिष्कार नहीं होगा तब तक ये ज़हर बोते रहेंगे।

युवा पत्रकार और सोशल एक्टिविस्ट मोहम्मद अनस के फेसबुक वॉल से. अनस से फेसबुक के जरिए संपर्क करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें: Facebook.com/anas.journalist

Advertisement. Scroll to continue reading.

मोहम्मद अनस का लिखा ये भी पढ़ सकते हैं>>

सपा से रामगोपाल यादव और अक्षय यादव को तुरंत निकाल देना चाहिए

xxx

Advertisement. Scroll to continue reading.

ओम थानवी के लिए एक लाख रुपये चंदा इकट्ठा करने की अपील ताकि वो फिर किसी कल्याण के हाथों एवार्ड न लें

xxx

वो माखनलाल के वीसी बनाए ही इसलिए गए हैं ताकि नए मिथक गढ़ सकें….

xxx

Advertisement. Scroll to continue reading.

रजत शर्मा की नाक के नीचे चलता रहा यह सब सिलसिला…

Click to comment

0 Comments

  1. आनंद

    October 22, 2015 at 3:53 am

    इसी मामले पर कामरेड बादल सरोज और युवा पत्रकार भारत सिंह की टिप्पणियां यूं हैं:

    Badal Saroj : अनेक बार रामायण और रामचरितमानस पढी। जैन, बौद्द रामायण सहित बाकी 16 प्रमुख रामायणों में से जितनी हिंदी अंग्रेजी में मिली पढ़ीं, किन्तु रावण ने वीके सिंह के कुत्ता टाइप के स्तर का कोई संवाद बोला हो, नजर में नहीं आया। एक को गुजरात दंगे में मरे लोग गाड़ी के नीचे आये पिल्ले नजर आते हैं और दूसरे को फरीदाबाद में मरे बच्चे कुत्ते!! हम सचमुच शर्मिन्दा हैं।

    Bharat Singh : कोई पिल्ला गाड़ी के नीचे आ जाए तो भी दुख होता है- नरेंद्र मोदी
    कोई कुत्ते को पत्थर मारे तो सरकार ज़िम्मेदार नहीं है- वीके सिंह
    पिल्ले= कटुवे
    कुत्ते= डोम
    औक़ात समझ आ गई हो तो ठीक वरना २०१९ तक मार-कूट कर, जला कर, नंगा कर समझा देंगे।
    ओबीसी परिधानमंतरी और ब्राह्मण संगठन की सरकार में एक सवर्ण वीर की खुली धमकी!
    सादर

Leave a Reply

Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement