22 अप्रैल 2019 को एचआर द्वारा एक्सप्रेस टीवी ऑफिस ग्रुप के नाम से व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया जिसमें 22 अप्रैल को HR द्वारा पहला मैसेज कर्मचारियों को यह किया गया कि संस्था के सभी कर्मचारी अपने नियुक्ति संबंधित कागजात जमा करा दें।
उसके बाद जब अप्रैल माह की तनख्वाह मई माह में मिलनी थी तो 6 मई 2019 को HR द्वारा कर्मचारियों को दूसरा मैसेज किया गया कि तकनीकी खामियों के चलते सीएमडी सर के बैंक अकाउंट में पैसे जमा नहीं हो सके हैं, कृपया सभी कर्मचारी अपना-अपना चेक 8 मई को लगाएं।
जब 8 मई की तारीख आई तो एचआर द्वारा कर्मचारियों को यह संदेश भेजा गया कि आज भी सीएमडी सर के खाते में पैसे नहीं डाले जा सके हैं तो सभी कर्मचारी अगले आदेश तक बैंक में चेक ना लगाएं। इस तरह यह खेल 22 अप्रैल से 24 नवंबर 2019 तक चलता रहा। तारीख पर तारीख, तारीख पर तारीख, तारीख पर तारीख मिलती रही लेकिन कर्मचारियों का वेतन नहीं मिला।
दरअसल पूरा वाकया यह है कि 1 अप्रैल 2019 को सी- 110, नोएडा सेक्टर 63 में एक्सप्रेस टीवी नामक न्यूज़ चैनल खोला गया। इसके सीएमडी लखनऊ के संतोष मिश्रा, editor-in-chief नीता मिश्रा , मैनेजिंग एडिटर राघवेंद्र द्विवेदी और एचआर मनीष नरूला बनाए गए थे।
अप्रैल माह में लगभग 30 कर्मचारियों को नियुक्त किया गया और जब मई आई तो सैलरी के नाम पर कर्मचारियों को पहले ही महीने से तारीख पर तारीख दी जाने लगी। हालांकि कई कर्मचारियों को बड़ी मशक्कत के बाद अप्रैल और मई माह की सैलरी देर-सवेर, रो-धोकर मिल गई।
लेकिन जून की सैलरी के लिए अगले 3 महीने तक सभी कर्मचारियों को परेशान किया गया। कुछ कर्मचारियों को जून जुलाई और अगस्त की भी सैलरी नहीं दी गई। 30 सितंबर 2019 को बड़ी ही चतुराई से संतोष मिश्रा ने कर्मचारियों को यह कहते हुए सी-110, सेक्टर 63 से एक्सप्रेस टीवी नामक दुकान समेट ली कि बिल्डिंग ठीक नहीं है, किसी और बिल्डिंग में चैनल खोला जाएगा। इसके बाद संतोष मिश्रा नोएडा से रफूचक्कर हो गए।
वहीं दूसरी तरफ संतोष मिश्रा ने कर्मचारियों से फोन पर भी बात करनी कम कर दी या यूं कहें कि बात करनी ही बंद कर दी। इसके बाद अपनी तनख्वाह लेने के लिए सी-110 सेक्टर 63 की बिल्डिंग के सामने सभी कर्मचारियों द्वारा एक मीटिंग हुई जिसमें एक वाट्सअप सैलरी ग्रुप बनाया गया और फिर से सभी को जोड़ा गया।
लोगों की एकजुटता देखते हुए संतोष मिश्रा ने फिर से नया दांव खेला और सैलरी ग्रुप में लोगों को विश्वास में लेते हुए फिर से एक नई तारीख दे डाली और कहा कि कोई भी कर्मचारी परेशान ना हो, मैं सब की सैलरी 24 नवंबर 2019 को हर हाल में दे दूंगा। लेकिन जब 24 नवंबर की तारीख आई तो कर्मचारियों द्वारा सैलरी के बारे में कई बार पूछा गया लेकिन संतोष मिश्रा मौन साधे रहे।
इस बीच कई कर्मचारियों ने संतोष मिश्रा को खरी-खोटी सुनाई और कानूनन अंजाम भुगतने की भी बात की लेकिन संतोष मिश्रा ने कर्मचारियों की एक ना सुनी और चुप्पी साधे रहे। आपको बता दें कि संतोष मिश्रा से भारत आज न्यूज़ चैनल खोलने के नाम पर नोएडा के दो पत्रकार 85 लाख रुपए ठग चुके हैं। इन पत्रकारों के खिलाफ संतोष ने मुकदमा दर्ज कराया। अब खुद संतोष मिश्रा अपने ही कर्मचारियों की तनख्वाह नहीं दे रहे हैं।
एक्सप्रेस टीवी में कार्यरत रहे एक पत्रकार द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.