अर्नब गोस्वामी अपने रिपोर्ट्स का कर रहे शोषण, चैनल लांचिंग के बाद से आज तक एक रुपया नहीं दिया गया रिपोर्ट्स को, खबरें नही भेजने पर संस्थान से हटा देने की दी जा रही धमकी, पारिश्रमिक माँगने पर एक रिपोर्टर को हटाया
रिपब्लिक मीडिया के हिन्दी न्यूज चैनल Rभारत में इनदिनों सब ठीक नही चल रहा है। Rभारत को बुलंदियों पर पहुंचाने वाले ढेर सारे एंकर, रिपोर्टर और इनपुट, आउटपुट, टेक्निकल टीम के ढेरों लोग प्रबंधन की मनमानी पर चैनल को गुडबाय कह चुके हैं। इसी कड़ी में चैनल के लिए काम करने वाले यूपी के स्ट्रिंगर्स चैनल प्रबंधन से दो दो हाथ करने के लिए तैयार हो रहे हैं।
यूपी के रिपोर्टर्स चैनल लाँच होने के बाद से लगातार काम कर रहे हैं लेकिन अबतक चैनल ने उनके काम का एक भी रुपया पेमेंट नहीं किया है। ना ही अपने किसी रिपोर्टर के लिए अधिकृत पत्र जारी किया है। इसी कारण यूपी के कई जिलों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम की कवरेज के लिए रिपब्लिक मीडिया के रिपोर्टरों का जिला प्रशासन द्वारा पास तक नहीं जारी किया गया। उसका कारण ये रहा कि रिपब्लिक भारत के किसी रिपोर्टर के लिए अधिकृत पत्र अब तक किसी जिले के सूचना कार्यालय में नहीं जमा है।
इसी सब बात को लेकर पिछले कुछ महीनों से यूपी के रिपोर्ट्स चैनल के ऑफिशियल व्हटशप न्यूज ग्रुप पर अपनी मेहनत का पैसा, अथॉरिटी लेटर और माइक आईडी की माँग रख रहे हैं। लेकिन संस्थान द्वारा कभी किसी भी स्ट्रिंगर्स की जायज माँगो को संज्ञान नहीं लिया गया।
रिपोर्टर्स ने फैसला किया कि अब जब तक पैसा, आईडी, लेटर की माँग पर कोई बात नहीं होती तब तक धीरे धीरे सभी लोग खबरें भेजना कम कर दें और हो सके तो बन्द कर दें।
रिपोर्ट्स की बातें डेस्क पर पहुँची तो वहां हड़कम्प मच गया। इसका नतीजा रहा कि आनन फानन में डेस्क पर कार्य करने वाले असिस्टेंट प्रोड्यूसर प्रताप सिंह और अनामिका गौड़ द्वारा सभी स्ट्रिंगर को चेतवानी रूपी एक फरमान जारी करके इनडायरेक्टली उन पर दबाव बनाना शुरू कर दिया गया। जारी फरमान में लिखा गया कि सभी रिपोर्टर्स लोग खबरों पर एक्टिव रहिए, ग्रुप पर एक्टिव रहिए, अपने इलाके की हर बड़ी छोटी खबरों पर अलर्ट करें, जो रिपोर्टर खबरें नहीं भेजेगा, ग्रुप पर एक्टिव नहीं दिखेगा उसे ग्रुप से हटा दिया जाएगा।
इसके बाद बीते 30 नवम्बर को रिपब्लिक भारत चैनल में जौनपुर जनपद से कार्य कर रहे स्ट्रिंगर दीपक सिंह ने हिम्मत जुटाई और अपनी पीड़ा ग्रुप पर लिखकर व्यक्त की। इस पर अन्य जनपदों के स्ट्रिंगर भी दीपक की बात का पुरजोर समर्थन करते हुए चैनल पर भेजी गई खबरों का पैसा, संस्थान का लेटर और माइक आईडी दिए जाने की माँग करने लगे।
दीपक ने लिखा कि सभी भाई इस बात का समर्थन करते हुए अपनी मेहनत का पैसा मांगिये। तभी अचानक से चैनल के ऑफिशियल व्हटशप न्यूज ग्रुप से जौनपुर के रिपोर्टर दीपक सिंह को रिमूव कर दिया गया। इसके बाद से सभी स्ट्रिंगर एक बारगी शांत हो गए। लेकिन आज फिर जब सुबह सुबह डेस्क इंचार्ज प्रताप सिंह द्वारा रिपोर्टर्स को खबरों पर एक्टिव रहने और खबर भेजने का फरमान जारी किया तो एक बार फिर रिपोर्टस ने अपनी मांगें सामने रख दी।
फिलहाल यूपी के अधिकतर जनपदों के रिपोर्ट्स ने संस्थान में खबरें भेजना बन्द कर दिया है। कई रिपोर्टर्स चैनल छोड़ने की भी तैयारी कर रहे हैं।
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