Soumitra Roy-
सुपाड़ी किलर अर्नब गोस्वामी के इन 2 व्हाट्सएप चैट को पढ़िए।
पता चलेगा कि अर्नब को हमलों की 4 दिन पहले से जानकारी थी।
अर्नब दावा कर रहा है कि कुछ बड़ा होने वाला है।
बालाकोट को लेकर भी अर्नब यही दावा कर रहा है। माना कि मोदी से लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार तक की गोद में बैठने वाले हर पत्तलकार को अंदर की खबर होती है।
लेकिन जब सरकार को 4 दिन पहले ही पुलवामा का पता था, तो उसे रोका क्यों नहीं? क्या हमारे 40 जवानों को शहीद करने का यह प्लान था?
जी। आज की सियासत वह है जो बेटे के हाथ से बाप को मरवा दे, बशर्ते कुर्सी बरकरार रहे।
देश की सुरक्षा जाए भाड़ में।
ग़लत को सही ठहराने वाले अर्नब जैसे पत्तलकार जो बिठाए हुए हैं।
Manoj Khare
ये चैट बाद की हैं। पुलवामा 14/02/19 को हुआ था।
Saleem Akhter Siddiqui
अर्णब के चैट की ईमानदारी से जांच हो जाए तो बी एंड डी कंपनी की साज़िश दुनिया के सामने आ जाए। वैसे बिना जांच के भी आम आदमी को पता चल जाता है कि क्या चल रहा है। कल जब राहुल गांधी जंतर मंतर पर पहुंचे तो बी एंड डी कंपनी कांग्रेस पर टूट पड़ी। राहुल को लाइव दिखाते-दिखाते अचानक कोई सास बहू साज़िश दिखाने लगा, कोई कोरोना वैक्सीन के गुण गाने लगा, कोई पाकिस्तान को गरियाने लगा तो कोई चीन की ऐसी तैसी करने में लग गया। ज़ाहिर है, कोई नज़र रख रहा है और कह रहा है-ये क्या चल रहा भई? इतना कहने का मतलब है, लाइव काटकर ब्रेक पर चले जाना या दूसरी खबर पर मुड़ जाना।
Rk Jain
पुलवामा में सीआरपीएफ़ के चालीस जवान अकारण शहीद हुऐ है । अर्णव के चैट बेहद ख़ौफ़नाक व षड्यंत्रकारी लग रहे है । सीआरपीएफ़ को तत्काल अर्णव को रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ करनी चाहिये । यह मामला गंभीर है और देश की अस्मिता से जुड़ा हुआ है.
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Manish
January 16, 2021 at 9:22 pm
खबर की heading देने से पहले कृपया पुलवामा हमले की तारीख तो चेक कर लेते, कैसे पत्रकार हैं इस chat में surgical strike के बारे में बात की जा रही हैं जो 26 feb को की गयी थी