दैनिक जागरण वाराणसी के क्राइम रिपोर्टर विजय उपाध्याय की उम्र मात्र 32 वर्ष थी. उन्हें पैंक्रियाज डैमेज होने के चलते बीते दिनों सर सुन्दरलाल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनकी तबियत खराब होने की सूचना मिलते ही उन्हें देखने राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी सहित काशी के बड़े नेता पहुंचे थे.
विजय उपाध्याय का इलाज कर रहे चिकित्सकों ने बताया कि उनके सेहत में कोई सुधार नहीं हो रहा था. उनके निधन की खबर जैसे उनके सहकर्मियों को लगी वह बेसुध पड़ गए. विजय का स्वभाव बेहद शांत था. वह काशी के पत्रकारों के बीच काफी लोकप्रिय थे. विजय उपाध्याय शहर के नई सड़क के रहने वाले थे.
दो भाईयों में सबसे छोटे रहे विजय के परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत न होने के कारण उन पर पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी. हाल में विजय की शादी हुई थी जिसका 5 माह की बच्ची है. विजय उपाध्याय दो वर्ष पूर्व दैनिक जागरण परिवार से जुड़े. इसके पहले वह अमर उजाला और दैनिक भास्कर जैसे अखबारों में योगदान दे चुके थे. विजय के निधन की सूचना मिलते ही सभी पत्रकार शोक व्यक्त करने और इस दुःख कि घड़ी में उनके परिवार को ढांढस बंधाने के लिए उनके नई सड़क स्थित आवास पर पहुंचे.
विजय के निधन पर फेसबुक पर कुछ प्रतिक्रियाएं देखें…
Yogesh Hindustani : बहुत छोटी उम्र में वाराणसी की पत्रकारिता में पहचान बना चुका दैनिक जागरण का क्राइम रिपोर्टर विजय हम लोगों को छोड़कर चला गया। समझ नहीं आ रहा….इतना जल्दी….और इस तरह भी कोई जाता है? कोई हफ्ता नहीं रहा जब विजय से फोन पर बात न हुई हो… समझ नहीं आ रहा….इतना जल्दी….और इस तरह भी कोई जाता है?
Avanindr Singh Aman : विजय भाई का ऐसे जाना अखर गया। अभी उम्र ही क्या था, जवानी का वसंत था, मौज लेने की उम्र थी लेकिन जिम्मेदारियों ने विजय को समय से पहले बड़ा कर दिया था और इतना जल्द ईश्वर ने हम सबसे छीन लिया वह दुःखद है। हर जानने वाला विजय का फैन है केवल उसके स्वभाव की वजह से…