हर्ष कुमार-
प्रिंट मीडिया की हालात पर तरस आने लगा है। दिल्ली में अमर उजाला ने शनिवार का अंक ₹ 4.50 का करने का ऐलान किया है। बाकी दिन अंक ₹3.50 का ही रहेगा।
23 साल पहले जब हमने अमर उजाला ज्वाइन किया था तो ये तीन रुपये का यूपी में ही बिक रहा था। आज उत्तर प्रदेश में ये सात रुपये का है।
दिल्ली में तो हिंदी अखबारों की हालत बेहद ही खराब है। जबकि कोई भी अखबार मेरे हिसाब से दस रुपये से कम नहीं होना चाहिए। यही कंपनी व कर्मचारियों के हित में है।
आज अमर उजाला में कई जिलों के ब्यूरो चीफ बीस हजार रुपये की फिक्स सैलरी पर काम कर रहे हैं। तीन चार लोगो का स्टाफ रह गया है। ऐसे में आप अच्छी खबरों व कवरेज की अपेक्षा कैसे कर सकते हैं?