मदन मोहन सोनी-
ऐसा लग रहा है कि सीएम योगी आदित्यनाथ का बुलडोजर दुबारा मीडियाकर्मियों पर चलने लगा है। योगी शासन और प्रशासन की निगाह फिर से पत्रकारों पर है।
आगरा में पंजाब केसरी के पत्रकार गौरव अग्रवाल पर 8 मार्च को मतगणना में हंगामे के कवरेज के बाद बलवा और सरकारी कार्यों में बाधा पहुंचाने जैसी धाराओं में मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने पत्रकार गौरव अग्रवाल को उनके घर से उठा लिया और थाने ले आए।
थाने में पत्रकार को रात भर जानवरों की तरह पीटा गया। उसे थर्ड डिग्री दी गई। मां-बहन की भद्दी भद्दी गालियां लगातार दी जा रही थी। पत्रकार गौरव अग्रवाल फूट फूट कर रोते रहे लेकिन पुलिसकर्मियों पर जैसे खून सवार हो चुका था।
पुलिसिया दमन की इस घटना को लेकर मीडिया जगत में खासा रोष व्याप्त है। प्रेस क्लब, आगरा ने अपना होली मिलन समारोह रद्द कर दिया है।
आपको बता दें कि पत्रकार गौरव की गिनती आगरा के ईमानदार और निष्पक्ष पत्रकारों में होती है जो लगातार आम जनमानस के मुद्दे मीडिया के जरिये उठाते रहते हैं।
तो योगी जी…इस बार आपका बुलडोजर पत्रकारों के लिए है क्या? आगरा के पत्रकार गौरव के साथ आपकी पुलिस का ये बर्बर अत्याचार क्यों? कब तक कार्रवाई होगी इन दोषी पुलिसकर्मियों पर?
देखें गौरव की हालत, इस लिंक पर क्लिक करिए…
https://twitter.com/yashbhadas/status/1504356150858649602?s=21
मूल खबर-
https://www.bhadas4media.com/gaurav-agrawal-journalist-arrested/
Jharkhand Working Journalists Union
March 17, 2022 at 2:35 pm
उत्तर प्रदेश पत्रकार संगठन किस वजह से चुप हैं ?
हम पत्रकार पर पुलिसिया ज्यादती की निंदा करते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी स्वयं संज्ञान लें और दोषी पुलिस अधिकारियों पर कार्यवाई करें।