चुनाव के ठीक पहले मीडिया की ढेर सारी मौसमी दुकानें खुल जाती हैं. कई दुकानें खुलने की तैयारी करते करते भी दम तोड़ देती हैं. लगता है ‘भारत आज’ नामक मीडिया की नई दुकान इसी कैटगरी में है.
शायद ही कोई ‘भारत आज’ नामक चैनल के बारे में जानता हो लेकिन आज इस चैनल के बारे में सब लोग जान जाएंगे क्योंकि इस चैनल में पुलिस पहुंची और इस चैनल की खबर भड़ास पर छप रही है.
भारत आज चैनल के बारे में कहा जा रहा है कि यह चैनल भ्रूण हत्या के कगार पर खड़ा है. चैनल लॉन्च होने से पहले ही पूरी तरीके से विवादों में घिर चुका है. भारत आज चैनल ऐसा चैनल है जो लांच होने से पहले ही अपने यहां काम करने वालों की सेलरी दबा चुका है. कई ऐसे संस्थान हैं जो अपने कर्मचारियों से महीने भर से ज्यादा काम तो करा लेते हैं मगर जब बात सैलरी की आती है तो कर्मचारियों पर अनर्गल आरोप लगाकर और फाइनेंशियल क्राइसिस का हवाला देकर बाहर का रास्ता दिखा देते हैं. ऐसा ही कुछ हुआ है तथाकथित आने वाले एक राष्ट्रीय चैनल भारत आज में. जान लीजिए कि इस चैनल के मैनेजमेंट में कौन-कौन लोग हैं, ताकि सनद रहे. इसमें डायरेक्टर हैं अमृता आर पंडित. सीईओ हैं रमन श्रीवास्तव. चैनल हेड हैं अभिषेक आनंद.
तो शुरू करते हैं भारत आज चैनल की कहानी. 26 मार्च को इस चैनल के मैनेजमेंट की तरफ से पूरे स्टाफ को यह कह दिया गया कि फाइनेंसियल पोजीशन खराब होने की वजह से जिन कर्मचारियों को जिस वेतन पर रखा गया है, वह वेतन नहीं दे सकते.
यह भी कहा गया कि जिन लोगों ने यहां पर काम किया है उनको पैसा 5 अप्रैल से लेकर 10 अप्रैल तक दे दिया जाएगा. ज्ञात हो कि प्रबंधन ने इस चैनल को 7 अप्रैल तक ऑन एयर करने की बात कही थी. लेकिन अभी तक चैनल का सेटअप तक पूरा नहीं हो पाया है. न ही चैनल को लाइसेंस मिला है.
करीब एक दर्जन से ज्यादा कर्मचारी, जिसमें आउटपुट, इनपुट, रिपोर्टर, एंकर सभी लोग शामिल थे, आज यानी 10 अप्रैल को अपना पैसा मांगने गए तो मेहनताना मिलने की जगह उन्हें बदसलूकी मिली. आरोप है कि सेलरी मांगने वालों के साथ रमन श्रीवास्तव, नम्रता, अमृता, रोशन, अंकित, प्रदीप आदि ने बदसलूकी, गाली-गलौज, धक्का-मुक्की कर दी. इसके बाद सभी कर्मी एकजुट होकर पैसा मांगने लगे. बताया जाता है कि एक सीनियर महिला एंकर के साथ भी धक्का-मुक्की की गई. कर्मचारियों को बंधक बनाने की कोशिश की गई.
इस बात से नाराज होकर कर्मचारियों ने 100 नंबर पर पुलिस को फोन कर दिया. इससे ‘भारत आज’ चैनल के डायरेक्टर रमन श्रीवास्तव समेत उनके पाले हुए लोगों में हड़कंप मच गया. देखते ही देखते पुलिस भी आ गई. प्रबंधन के लोग सभी को धक्का देकर ऑफिस के बाहर भेज रहे थे. सभी कर्मचारियों की मांग यही थी कि उनकी सेलरी उन्हें दी जाए. पुलिस के आने के बाद दबाव बनता देख भारत आज चैनल का मैनेजमेंट पैसे देने के लिए राजी हो गया, मगर वह भी एक महीने बाद देने की शर्त पर. जब मीडियाकर्मी अपना पहले से ही 2 महीने की सेलरी चैनल की भेट चढ़ा चुके हैं तो अब फिर एक महीने का और आश्वासन का लॉलीपॉप क्यों थमाया जा रहा है?
प्रबंधन का कहना है कि फिलहाल वो आर्थिक संकट में चल रहे हैं, इसलिए वो सेलरी बाद में दे पाएंगे. इससे नाराज मीडियाकर्मियों ने मांग की कि आप हमें पीडीसी चक दे दें या लिखित रूप से ये आश्वासन दे दें कि किसी निश्चित तारीख तक आप की सेलरी मिल जाएगी. लेकिन इस शर्त के बावजूद भी प्रबंधन तैयार नहीं हुआ. देखते हैं कि ये भारत आज नामक दुकान कब तक चलता है!
भारत आज चैनल में कार्यरत एक मीडियाकर्मी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.
Jeet
April 11, 2019 at 11:34 pm
Aisi dukaan sach m bhut sari hain jiski wjha se logo ko dikkt ka samna krna pdta h kbhi kbhi to career bhi khtm krna pad jata h