डीबी कार्प यानि भास्कर समूह के चेयरमैन रमेश चंद्र अग्रवाल के खिलाफ एक महिला ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है. इस बाबत उसने पहले पुलिस केस करने के लिए आवेदन दिया पर जब पुलिस वालों ने इतने बड़े व्यावसायिक शख्स रमेश चंद्र अग्रवाल के खिलाफ मुकदमा लिखने से मना कर दिया तो पीड़िता को कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा. कोर्ट में पीड़िता ने रमेश चंद्र अग्रवाल पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. पीड़िता का कहना है कि रमेश चंद्र अग्रवाल ने उसे पहले शादी का झांसा दिया. कई जगहों पर शादी रचाने का स्वांग किया. इसके बाद वह लगातार संभोग, सहवास, बलात्कार करता रहा.
बाद में रमेश चंद्र अग्रवाल ने पीड़िता का उसके पति से तलाक करवाया. आखिरकार जब रमेश चंद्र अग्रवाल का पीड़िता से मन उब गया तो उसने उसे किनारे कर दिया और कोई भी संपर्क रखने से बचने लगा. इससे मजबूर होकर पीड़िता को कोर्ट का रास्ता अपनाना पड़ा. पीड़िता ने कोर्ट में लिखित शिकायत में जो कुछ कहा है, वह न सिर्फ चौंकाने वाला है बल्कि एक बड़े मीडिया हाउस के मालिक की महिलाओं के प्रति नजरिए को भी उजागर करता है. बेटियों, महिलाओं को बचाने, सम्मान देने, बराबरी देने के ढेर सारे नारे देने वाला भास्कर समूह का चेयरमैन खुद महिला उत्पीड़न के एक बड़े मामले में आरोपी बन गया है.
देश के बाकी सारे मीडिया हाउस, अखबार, न्यूज चैनल इस खबर पर कतई एक लाइन न तो लिखेंगे, न दिखाएंगे क्योंकि उनके बिरादरी, फ्रैटनर्टी का मामला है. अगर यही मसला किसी और का होता तो मीडिया हाउस न जाने कबका इतना शोर मचा चुके होते कि पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर जेल में डाल चुका होता. ये खबर उन पत्रकारों, संपादकों के लिए है जो दिन भर पत्रकारिता के पतन पर आंसू बहाते रहते हैं लेकिन मीडिया के मालिकों की घिनौनी करतूत पर चुप्पी साधे रहते हैं.
अब पूरा दारोमदार सोशल मीडिया, न्यू मीडिया, वेब, ब्लाग, ह्वाट्सएप आदि पर है जहां इस खबर को ज्यादा से ज्यादा शेयर कर पूरे मामले को जनता के बीच ले जाया जा सकता है और बड़े लोगों की काली करतूत को उजागर किया जा सकता है. ये पूरा प्रकरण भड़ास के पास ह्वाट्सएप के जरिए पहुंचा है. सोचिए, अगर ये न्यू मीडिया माध्यम न होते तो बड़े लोगों से जुड़ी काली खबरें हमारे आप तक पहुंचने से पहले ही दम तोड़ जातीं क्योंकि बिकाऊ और बाजारू कार्पोरेट मीडिया का काम बड़े लोगों से जुड़ी भ्रष्टाचार और अत्याचार की खबरों को छापना नहीं बल्कि छुपाने का हो गया है.
-यशवंत सिंह, एडिटर, भड़ास4मीडिया
(पीड़िता के मान-सम्मान को ठेस न पहुंचे, इसलिए उसका नाम पहचान पता को उपरोक्त दस्तावेजों में ब्लैक कर अपठनीय बना दिया गया है.)
इस पूरे मामले / प्रकरण को समझने के लिए इन खबरों को भी पढ़ें…
रमेश अग्रवाल की संपत्ति पर ‘मां’ के हक ने उड़ाई समूह संचालकों की नींद
xxx
sid
October 27, 2014 at 12:55 am
What’s your WhatsApp number…
raj
October 27, 2014 at 5:44 am
gd
saurabh arora
October 29, 2014 at 10:56 am
New media ka hai daur ab nhi hone denge bhole bahlo ka soshan aur………
aashima
October 28, 2014 at 2:35 pm
बेटियों, महिलाओं को बचाने, सम्मान देने, बराबरी देने के ढेर सारे नारे देने वाला भास्कर समूह का चेयरमैन खुद महिला उत्पीड़न के एक बड़े मामले में आरोपी .
इस खबर को ज्यादा से ज्यादा शेयर कर पूरे मामले को जनता के बीच ले जाया जा सकता है और बड़े लोगों की काली करतूत को उजागर किया जा सकता है.
Insaf India
October 29, 2014 at 5:27 am
Doston, desh me kayi tarah ke apradhi hain. Bhaskar ka malik bhi balatkar ka aaropi apradhi hai. eK JAGHANYA APRADHI. YEH APRADHI BHI AASHRAM BAPU KA SHISHYA HAI. Bhadas ko shat shat naman aise aaropi balatkariyon ko samne lane ke liye. ye log dupar kichad uchalte hai. Aise logon ki jagah jail hai. Namo ki patni ke bare me bhi bhadas ne abhiyan chalaya tha
Insaf India
October 29, 2014 at 5:28 am
Bhaskar ka malik Asharam bapu ki rah chal pada hai. iska jagah tihar jail hai.
Avner
December 5, 2014 at 11:19 am
This woman is of loose character. She was married when she approached to the man, she should be charged with adultry at first.
Roop Singh
May 25, 2015 at 7:28 am
Agar staff apne malik ki kartutu chupa raha hai toh ek din woh bi us lady ki tarah press conference karege aur unka malik saaf bachkar chala jayega, kyunki us malik ke nazar aap per he nahi aapke parivar per bi hai to standup and rise your voice.
Agar virodh karna hai toh aap sab staff ko resign kar daina chiyeye, jis se unka malik ka aur naam hoga aur koi bi malik aisa karne se pahele sochega ki kya woh aisa kare ki nahi.. Jis din aisa ho jayega us din sab log safe rahege.
Deepak
September 28, 2016 at 5:20 pm
Kam se kam apni ijjat ka toh khayal kiya hota,jinke khud k ghar kaanch k hote hai woh doosro k ghar patthar nahi marte
Deepak
September 28, 2016 at 5:22 pm
Jinke khud k ghar kaanch k hote hain woh doosre k ghar patthar nahi mara karte
Deepak
September 28, 2016 at 5:26 pm
Jinke khud k ghar kaanch k hote hain woh doosron k ghar patthar nahi mara karte