


सहारा समूह अपने निवेशकों और एजेंटों का पैसे दबाए है. भुगतान न मिलने से नाराज निवेशक और एजेंट सड़क पर उतर चुके हैं. पटना में आज 20 जुलाई को सहारा के कार्यकर्ताओं एवं जमाकर्ताओं ने बोरिंग रोड स्थित जोनल आफिस ‘सहारा विहार’ के नीचे इकट्ठा होकर नायाब तरीके से विरोध जताया. इन लोगों ने भिक्षाटन कर अपने गुस्से का इजहार किया. कई वर्षों से जमाकर्ताओं का भुगतान रोके रखने और एजेंटों को कमीशन का भुगतान न करने से देश भर में लाखों लोगों में आक्रोश है.
पटना में भिक्षुओं की तरह भिक्षाटन के माध्यम से आंदोलनकारियों ने सहारा प्रबंधन और सरकार के साथ साथ प्रशासन को भी हालात से अवगत कराने का प्रयास किया. इन आंदोलनकारियों का कहना है कि सहारा प्रबंधन सुप्रीम कोर्ट में चल रहे केस को गुमराह कर पेश करता है और भुगतान देने में अपनी असमर्थता दिखाता है. सच्चाई ये है कि आज के समय में भी सहारा के कार्यालयों में निवेशकों का पैसा जमा लिया जाता है. सहारा प्रमुख अखबारों के माध्यम से 6 वर्षों से कह रहे हैं कि उनके पास देनदारी से तीन गुना से ज्यादा की संपत्ति है. तो वे बताएं कि ये संपत्ति किसकी है और किसके लिए है. जाहिर सी बात है, ये पैसा जमाकर्ताओं का है. सहारा बार बार सभी स्कीमों के भुगतान को रोक देता है और इसका कारण सुप्रीम कोर्ट में चल रहे मुकदमे को बता कर लोगों को गुमराह करता है.
आज के आंदोलन में भाग लेने के लिए पटना, बक्सर, आरा, मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, वैशाली के कार्यकर्ता आये थे. हर जगह एक ही परेशानी है. सहारा किसी को पेमेंट नहीं दे रहा है. आयोजन में पटना से मित्रजीत, सोनू, संतोष, जयप्रकाश, बिपुल आदि ने हिस्सा लिया. बक्सर से प्रेम, नूर आलम वसीम और मोतिहारी से सोने लाल, संजय आदि आए. आरा से जयप्रकाश, गुड्डू अली, अनु, सुजीत और अन्य लोग शिरकत किए.
Comments on “सहारा समूह के खिलाफ निवेशकों और एजेंटों का ‘भिक्षाटन’ आंदोलन जारी, देखें तस्वीरें”
Very good. Pure desh main shuroo karna hoga andolan…
सहारा निवेशक और एजेंट क्या जो एम्पलॉयी परेशान होकर रिजाइन दिए है उनका भी कोई भुगतान नहीं किया जा रहा अतः सभी लोगो से प्रार्थना है की प्रधानमंत्री मोदी जी के कार्यालय को इस बावत जानकारी देनी होगी नहीं तो सहारा किसी का भी भुगतान नहीं करेगा भूतपूर्व एम्पलॉयी को कार्यालय में प्रवेश वर्जित है जिस कारण वह लाचार है कृप्या सब एकजुट होकर आंदोलन को बढ़ावा दें
सहारा इन्डिया परिवार किसी का भी पैसा लगभग दो साल से नही देरहा है,कइ कार्यकर्ताओने तो सोसाइड तक करलिया, इस समय जमाकर्ता का पैसा न मिलने से परेशान है, जमाकरताओ के घर में चाहे बिमार हो,लडके लडकियो कीशादी हो,मकान की मरम्मत हो,या मकान बनवाना हो किसी भी कार्य के लिये पैसा जोडा हो किसी को नही मिलरहा है,यहा तक की कार्यकर्ता को कमीशन भी नही मिल रहा है, सिर्फ एमबार्गो का बहाना लिया जा रहा है।इस समय कार्यकर्ता जादा परेशान है,एक तरफ कमीशन नही मिल रहा है, दूसरी तरफ जमाकर्ता अपनी परेशानी के कारण कार्यकर्ता को परेशान कर रहा है, कार्यकर्ता हर तरफ से परेशान है।सुबरत राय को अकल्ल आजाये, लालच छोड कर सम्पती बेच कर सब का पैसा देदे बस यही चाहत है ।
सहारा निवेशक और एजेंट क्या जो एम्पलॉयी परेशान होकर रिजाइन दिए है उनका भी कोई भुगतान नहीं किया जा रहा अतः सभी लोगो से प्रार्थना है की प्रधानमंत्री मोदी जी के कार्यालय को इस बावत जानकारी देनी होगी नहीं तो सहारा किसी का भी भुगतान नहीं करेगा