प्रख्यात हिंदी कवि और आम आदमी पार्टी नेता डा० कुमार विश्वास के बिग बॉस में जाने के बारे में लगाए जा रहे कयासों ने आज एक बार फिर रफ़्तार पकड़ी। एक अखबार में आई खबर की पुष्टि करते हुए डा कुमार विश्वास ने कहा, कि उन्होंने बिग बॉस के निर्माताओं के सामने एक शर्त रखी थी, जिसमें उन्होंने कहा था, कि वो बिग बॉस द्वारा प्रस्तावित सारी धन राशि राजकीय शहीद विधवा कोष में दान करना चाहते हैं। लेकिन उनकी शर्त यह थी, कि बिग बॉस अपनी तरफ से उस राशि में इतना जोड़ दें, कि यह डोनेशन कुल 21 करोड़ रूपए का हो जाए।
डा कुमार विश्वास ने बताया, कि शहीदों के परिवारों के लिए कुछ करने की इच्छा उनके मन थी, लेकिन उनके लिए कुछ बड़ा कर पाने के लिए कुमार को किसी बड़े प्लेटफार्म की तलाश थी। बिग बॉस को एक वृहद और आर्थिक रूप से सक्षम मंच मानते हुए उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता है, तो यह 21 करोड़ रूपए उनकी तरफ से, बिग बॉस के निर्माताओं की तरफ से और बिग बॉस के दर्शकों की तरफ से शहीदों को एक छोटा सा सलाम होगा।
इस सन्दर्भ में ऑल इण्डिया एन्टी-टेररिस्ट फ्रंट के अध्यक्ष श्री मनिंदरजीत सिंह बिट्टा ने प्रेस कांफ्रेंस कर के इस कदम को सराहा। उन्होंने डा कुमार विश्वास को बधाई देते हुए कहा है, कि उन्होंने एक नई परम्परा की शुरुआत की है। उन्होंने यह भी कहा कि अन्य कलाकारों को भी इस परंपरा को आगे बढ़ाना चाहिए और यदि एक प्रतिभागी के रूप में डा कुमार विश्वास स्वयं को मिलने वाले लगभग 5 करोड़ रूपए इस बड़े उद्देश्य के लिए दे सकते हैं, तो बिग बॉस के निर्माताओं को भी इसमें आगे बढ़ कर आना चाहिए, क्योंकि देश के एक-एक सैनिक का हर भारतीय पर क़र्ज़ है। अपुष्ट सूत्रों से पता चला है कि बिग बॉस के निर्माताओं और कलर्स ने डा कुमार विश्वास के इस प्रस्ताव को सहमति नहीं दी है।
सिकंदर हयात
September 3, 2014 at 12:55 pm
मोदी जी ने जापान में जाकर भारत की धर्मनिरपेक्षता का अपमान क्यों किया ? मोदी जी को बहुत अच्छी तरह से पता हे की उन्होंने जो कॉर्पोरेट के सहारे से चुनावो में उमीदो के पहाड़ो खड़े किये हे उनमे से खुद कर चूहे ही बाहर आने वाले हे ऐसे में उनकी सबसे बड़ी उमीद एक हिन्दू कठमुल्लावादी वर्ग हे गाहे बगाहे वो उसी की ख़ुशी के लिए भारत की धर्मनिरपेक्षता का अपमान करते रहेंगे ताकि इस वर्ग के कलेजे में ठंडक पड़ती रहे क्योकि इस भारत की इस धर्मनिरपेक्षता के पेड़ का वो सिर्फ अपमान कर सकते हे इसे हिला नहीं सकते क्योकि इस पेड़ के मालियों यानि गांधी नेहरू ने इसकी जड़े बहुत गहरी कर रखी हे