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साहित्य

हिंदी के तकनीकी विकास में योगदान के लिए बालेन्दु शर्मा दाधीच को आत्माराम पुरस्कार

नई दिल्ली : प्रभासाक्षी डॉट कॉम के समूह संपादक और सुपरिचित तकनीकविद् बालेन्दु शर्मा दाधीच को विज्ञान और टेक्नॉलॉजी के जरिए हिंदी भाषा के प्रति योगदान के लिए सन् 2013 का आत्माराम पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की गई है। केंद्रीय हिंदी संस्थान की ओर से दिया जाने वाला यह पुरस्कार राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले समारोह में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी की उपस्थिति में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के हाथों प्रदान किया जाएगा। इस पुरस्कार के अंतर्गत एक लाख रुपये की राशि और मान पत्र प्रदान किए जाते हैं।

नई दिल्ली : प्रभासाक्षी डॉट कॉम के समूह संपादक और सुपरिचित तकनीकविद् बालेन्दु शर्मा दाधीच को विज्ञान और टेक्नॉलॉजी के जरिए हिंदी भाषा के प्रति योगदान के लिए सन् 2013 का आत्माराम पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की गई है। केंद्रीय हिंदी संस्थान की ओर से दिया जाने वाला यह पुरस्कार राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले समारोह में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी की उपस्थिति में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के हाथों प्रदान किया जाएगा। इस पुरस्कार के अंतर्गत एक लाख रुपये की राशि और मान पत्र प्रदान किए जाते हैं।

पिछले वर्षों के दौरान यह सम्मान इसरो के पूर्व चेयरमैन एमजीके मेननए पद्म विभषण जयंत विष्णु नार्लीकर, प्रसिद्ध विज्ञान लेखक गुणाकर मुले और अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, ग्वालियर के पूर्व निदेशक और यूनिकोड कंशोर्शियम में भारत के पूर्व प्रतिनिधि डॉ. ओम विकास को मिल चुका है।

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केंद्र सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधीन आने वाले केंद्रीय हिंदी संस्थान के उपाध्यक्ष डॉ.कमल किशोर गोयनका ने 23 अप्रैल को एक प्रेस कांफ्रेंस में यह घोषणा की। संस्थान की हिंदी सेवी सम्मान योजना में सात पुरस्कार श्रेणियों के तहत विभिन्न क्षेत्रों में हिंदी के लिए उल्लेखनीय कार्य करने वाले 14 विद्वानों को प्रतिवर्ष सम्मानित किया जाता है। जिन अन्य हिंदी विद्वानों, साहित्यकारों और विशेषज्ञों को हिंदी सेवी सम्मान प्रदान किया जा रहा है उनमें साहित्य अकादमी के अध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद तिवारी, प्रख्यात लेखक डॉ. नरेंद्र कोहली, महेश दर्पण, बलदेव वंशी, राजीव कटारा आदि शामिल हैं। 

बालेन्दु शर्मा दाधीच सूचना प्रौद्योगिकी और न्यू मीडिया के क्षेत्र में सुपरिचित हैं। विशेषकर हिंदी भाषा में तकनीकी सोच को आगे बढ़ाने तथा सूचना तकनीक के विविध पहलुओं को रहस्यजाल से मुक्त करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। हिंदी सॉफ्टवेयरों तथा वेब सेवाओं के विकास, हिंदी में न्यू मीडिया; वेब पत्रकारिता को प्रोत्साहित करने, तकनीकी विषयों पर विषद् हिंदी लेखन के लिए जाने-पहचाने जाने वाले दाधीच पहले भी अनेक पुरस्कारों और सम्मानों से अलंकृत किए जा चुके हैं। 

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पिछले वर्ष उन्हें अलग अलग कार्यक्रमों में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह और गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा ने हिंदी भाषा के प्रति तकनीकी माध्यमों से उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया था। सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की अग्रणी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट की ओर से भी उन्हें लगातार तीन वर्ष पुरस्कार प्रदान किया जा चुका है। वे गूगल की ओर से आयोजित प्रतियोगिता के विजेताओं में रहे हैं।

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