ताज की नगरी आगरा में साल भर पहले एक साहित्यिक किस्म का प्रेम पनपा, ‘ताज लिट्रेचर क्लब’ नाम से. इसकी संस्थापिका भावना हैं. वे लोग जो दिल से जीते हैं, कविताएं लिखते हैं, डायरियां लिखते हैं. सुबह या शाम के वक्त एक दफे कविताएं गुनगुनाते जीते हैं, साहित्य से अनुराग रखते हैं, उनके लिए कोई मिलने जुलने बैठने यानि शेयरिंग का एक अड्डा मंच चौपाल होना चाहिए. इसी आइडिया को लेकर भावना ने ताज लिट्रेचर क्लब यानि टीएलसी बनाया.
बहुमुखी प्रतिभा की धनी भावना साहित्य से लेकर अध्यात्म तक और संपादकीय से लेकर टूरिज्म तक पर गहरा पकड़ रखती हैं. उनके पतिदेव वरदान शर्मा कई अखबारों में बड़े पदों पर कार्यरत रहे हैं और इन दिनों तीन कंपनियों का सृजन कर वेडिंग प्लानिंग से लेकर इवेंट मैनेजमेंट तक का काम देख रहे हैं. जाहिर है, भावना इन सबमें उनका हाथ बंटाती हैं. इससे इतर ताज लिट्रेचर क्लब भावना के खुद के दिमाग की उपज है. इस टीएलसी ने बीते शनिवार साल भर पूरा किया.
फर्स्ट एनीवर्सरी के मौके पर सुप्रसिद्ध आगरा क्लब में एक कार्यक्रम हुआ. इसमे साहित्य पर परिचर्चा, महिलाओं के एक ग्रुप द्वारा मुंशी प्रेमचंद की एक कहानी पर नाटक और कविता पाठ का लोगों ने लुत्फ लिया. कार्यक्रम सफल बनाने में भावना के पति वरदान शर्मा के अलावा युवा महिला पत्रकार विजय लक्ष्मी और शहर के जाने-माने उद्यमी व सोशल मीडिया के चर्चित-बेबाक राइटर आनंद शर्मा का भी योगदान रहा.
टीएलसी में ढेर सारे डाक्टर लोग सदस्य हैं. एनीवर्सरी के इस कार्यक्रम में इन डाक्टर्स की खूब गहरी संवदना लिए कविताएं सुनने का मौका मिला. टीएलसी के सौजन्य से इतने संवेदनशील डाक्टरों को देखना सुनना सबको अदभुत लगा. ये डाक्टर्स जीवन, सुख-दुख, सरोकार के छोटे-छोटे मामूली किस्म के हृदयकेंद्रित बिंब संवेदना को पकड़ कर उसे अपनी रचना का हिस्सा बना देते हैं.. टीएलसी को बधाई और शुभकामनाएं. देखें आयोजन की कुछ झलकियां, इस वीडियो के जरिए: