पीलीभीत से बड़ी खबर है कि हिन्दुस्तान अखबार के समूह संपादक शशि शेखर के आदेश पर पीलीभीत ब्यूरो के प्रमुख संदीप सिंह को मंगलवार को बरेली ऑफिस बुलाकर इस्तीफा ले लिया गया। संदीप पर ये बड़ी कार्रवाई भाजपा प्रत्याशी फिरोज वरुण गांधी की शिकायत पर की गई।
बकौल संदीप सिंह सोमवार को उन्हे ब्यूरो के रिपोर्टर ने बीएसएनएल के अकाउंट ऑफिसर का वह पत्र लाकर दिया, जिसमें जिला निर्वाचन अधिकारी से शिकायत की गई थी कि वरुण गांधी जब वर्ष 2009-2014 में पीलीभीत के सांसद थे, तब का उनके संसदीय कार्यालय पर लगे टेलीफोन बिल का 38,000 रुपये बकाया है। बिभाग से बिना नो ड्यूज लिए वरुण गांधी ने पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र से नामांकन कराया है लिहाजा उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए।
इस पत्र पर संदीप ने डीएम, टीडीएम व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के ओएसडी आनंद लाल चौधरी का वर्जन लेकर खबर बनाकर बरेली संपादक को भेज दी, जब शाम को वरुण चुनावी दौरे से लौटे तो ओएसडी ने उनको इस खबर की जानकारी दी, तो वरुण गांधी बौखला गए और रात में ही सीधे हिन्दुस्तान के समूह संपादक शशि शेखर से शिकायत की कि उनका पीलीभीत ब्यूरो चीफ संदीप सिंह लगातार उनको चुनाव में नुकसान पहुँचाने को खिलाफत में खबरें छाप रहा है। संदीप ने पिछले दिनों चार भाजपा विधायकों द्वारा आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में भी सबसे ज्यादा सवाल करके विधायकों को मेरे व मेरी मां मेनका के विरुद्ध भड़काने का प्रयास किया। प्रेस कांफ्रेंस की जो खबर छापी, वह भी अन्य अखबारों से भिन्न थी और मुझे नुकसान पहुंचाने वाली थी।
वरुण की शिकायत पर हिन्दुस्तान के समूह संपादक शशि शेखर ने सोमवार रात को ही बरेली यूनिट के संपादक व स्टेट हेड को मेल जारी कर संदीप सिंह का फौरन इस्तीफा लेकर भेजने का फरमान जारी कर दिया। मंगलवार के अंक में वरुण पर बीएसएनएल की बकाया की खबर तो छपी नहीं बल्कि सुबह दस बजे फोन करके संपादक मनीष मिश्रा ने संदीप को बरेली तलब कर हाईकमान के आदेश से अवगत करा दिया। संदीप ने दोपहर 12 बजे बरेली ऑफिस में हाईकमान के दवाब में इस्तीफा दे दिया।
इस्तीफे की खबर वायरल होते ही पत्रकार भड़के
हिन्दुस्तान के पीलीभीत ब्यूरो के प्रमुख संदीप सिंह की करीब एक माह पहले ही दोबारा ताजपोशी हुई थी। पांच साल पहले उन्होंने मेरठ तबादला होने पर हिन्दुस्तान को अलविदा कहकर सांध्य दैनिक 2 टूक का दामन थाम लिया था। सोशल मीडिया पर मंगलवार दोपहर संदीप ने खुद अपने इस्तीफे की खबर वायरल की तो पत्रकारों में हड़कंप मच गया। संदीप के समर्थन में वरुण के खिलाफ लामबंद होकर पत्रकारों ने मंगलवार दोपहर 3 बजे बुलाई गई भारतीय जनता पार्टी (अल्पसंख्यक मोर्चा) के प्रदेश अध्यक्ष हैदर अब्बास चांद की पत्रकार वार्ता का बहिष्कार कर दिया। इस बीच वरुण की ओर से सफाई देने पहुंचे उनके प्रवक्ता एमआर मलिक को श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के सदस्यों ने जमकर खरी-खोटी सुनाकर भगा दिया।
विमलेश तिवारी
April 11, 2019 at 7:24 pm
शशी शेखर जैसे पत्रकार से उम्मीद नहीं थी की वह दबाव में आकर इस प्रकार का काम करेंगे वाकई में शशि शेखर के प्रति जो भाव मेरे मन में था आज समाप्त हो गया क्या इसे ही सच्ची पत्रकारिता कहते हैं आज से मैं दैनिक हिंदुस्तान पेपर पढ़ना छोड़ रहा हूं तथा अपने साथियों से भी कह रहा हूं कि इस प्रकार के बकवास वा दबाव में सत्ता की चाटुकारिता करने वाली मीडिया के अखबार पढ़ने का मतलब है क्या निकलता है पत्रकार
pawan k s bhargav
April 12, 2019 at 1:28 pm
शशी शेखर जैसे पत्रकार से उम्मीद नहीं थी