Pankaj Chaturvedi : अफवाही, झूठे और आम लोगों में बैचेनी पैदा करने वाले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार जहां दिखें, उन्हें खरी खोटी सुनाने और अपने टीवी पैकेज से ऐसे चैनलों के बहिष्कार का वक़्त आ गया है। कल सुबह से दिल्ली के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लावारिस बेग मिलने की खबर चली।
साढ़े सात बजे तक सभी चैनल उसने आरडीएक्स होने का हल्ला करने लगे। 11 बजे तक आतंक, बगदादी, आई एस तक चर्चा शुरू हुई और हर चैनल यही बकता रहा कि आरडीएक्स पाया जाना लगभग तय है हालांकि सीआईएसएफ के डीजी ने इस पर कुछ नहीं कहा। सारे दिन दिल्ली में विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के अफसर भागते रहे, जगह जगह नाकेबंदी कर जाम बढ़ाया गया।
हकीकत दिन में ही उजागर हो गयी थी कि बेग फरीदाबाद के पास वल्लभगढ़ के रहने वाले शाहिद हुसैन का था जो spicejet की उड़ान से बम्बई से दिल्ली आया था। गलती से वह बैग भूल गया था। बैग में एक लेपटॉप, चार्जर, कुछ चॉकलेट और खिलौने थे।
सनद रहे हमारे सीआईएसएफ के स्निफर डॉग सूंघ कर बता देते हैं कि किस सामान में विस्फोटक या ड्रग्स है। इसकी जांच की मशीन भी हैं। मीडिया के लोगों को इंतज़ार नहीं हुआ, किसी एजेंसी की पुख्ता रिपोर्ट का इंतज़ार नहीं किया। जो हवाई अड्डे के अंदर थे और जो बाहर थे, जो सुरक्षाकर्मी थे और जो अन्य कर्मचारी थे, जिनके रिश्तेदार सफर कर रहे थे, लाखों लोग संभावना, आशंका और तनाव में जीते रहे और खबरिया चैनल आरडीएक्स पर स्टोरी करते रहे।
बेहद गैरजिम्मेदार, अनप्रोफेशनल और छिछोरे खबरिया चैनल देश की विश्वसनीयता को संदिग्ध बना रहे हैं। असलियत यह है कि अधिकांश चैनल इजराइल से पोषित और झूठ व अफवाह के लिए कुख्यात एक खतरनाक संगठन से दीक्षित हैं।
वरिष्ठ पत्रकार और साहित्यकार पंकज चतुर्वेदी की एफबी वॉल से.