Anita Misra-
घरेलू सहायिका ने एक कुछ दूर रहने वाले एक सज्जन जिन्हें मैं भी जानती थी, के बारे में बताया कि अचानक हार्ट फेल हो गया। अभी महज 42 साल के थे।
आसपास कुछ और लोगो का भी इन दिनों ऐसा ही सुना है।
बहुत कम उम्र में ग्रैबहाउस जैसा स्टार्टअप शुरू करने वाली एंटरप्रिन्योर पंखुड़ी पाठक की बहुत कम उम्र में हार्ट अटैक से डेथ सुनकर फिर हैरान हूं।
इन दिनों लगातार ऐसी घटनाएं सुन रही हूँ। मामला सर्दी का सिर्फ नही है। सर्दी इससे भी ज्यादा पड़ चुकी है और यंग लोग इस तरह हार्ट अटैक का शिकार कम ही हुआ करते थे। अब इसकी और क्या वजह हो सकती है ये समझना होगा। कम से कम अचानक हो रही मौत का कोई डेटा ही बनवाया जाए। कोई केस हिस्ट्री बनाई जाए आखिर ऐसा क्यों हो रहा है।
मीनू जैन-
आज फेसबुक पर कई पोस्ट्स पढ़ी जिनमें युवाओं (21-40) की ह्रदयाघात heart failure से मृत्यु का ज़िक्र है । ज़ाहिर है सभी इन असमय हुई मौतों पर अचरज कर रहे हैं और साथ ही कारणों का पता लगाने की भी कोशिश की जा रही है ।
मुझे लगता है कि . . . .
▪️खानपान के अनुपात में शारीरिक श्रम का अभाव ह्रदय रोग का सबसे बड़ा कारण है ।
▪️ हाई ब्लड प्रेशर व बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित युवा (जिनका ज़िक़्र उन पोस्ट्स व टिप्पणियों में है) इस तरफ ध्यान ही नहीं देते हैं
▪️ क्योंकि उन्हें लगता है कि हाई ब्लड प्रेशर बड़ी उम्र में होने वाला रोग है ।
▪️इसी वजह से उन वार्निंग सिग्नल्स की तरफ भी उनका ध्यान नहीं जाता जो शरीर बार – बार भेज रहा होता है कि सावधान हो जाओ।
▪️मेरा मानना है कि दिल का दौरा पड़ने से पहले कई प्रकार के असामान्य लक्षण शरीर में अवश्य पैदा होते हैं जिनकी तरफ अधिकतर लोग जानकारी के अभाव में तवज्जो नहीं देते हैं ।
▪️इसके अलावा दैनिक जीवन का तनाव भी इसका बड़ा कारण है ।
बाकी डॉक्टर्स बेहतर जानते हैं ।
(मैं कोई मेडिकल प्रोफेशनल नहीं हूं । उपरोक्त बातें अनुभव के आधार पर लिखी हैं )
कुछ अन्य प्रतिक्रियाएं-
Amit Nagar
मेरे परम् मित्र रजनीश की बिटिया थी पंखुरी। इस अवसाद और आघात से हम सभी विचलित हैं। पिछले वर्ष ही बिटिया को ब्याह कर विदा किया था और आज यह देखकर व्यथित हैं सभी परिजन।
Girish Malviya-
युवाओं में कार्डिएक अरेस्ट के मामलो में तेज उछाल देखा जा रहा है. कारण हम जानते हैं बस स्वीकार नहीं करना चाहते. साबित तो हो चुका है कि कोवशील्ड से ब्लड क्लॉट बनते हैं. अब नहीं मानो तो कोई क्या कर सकता है.
Ahamad Samim
कोविडशिल्ड के फर्स्ट डोज के बाद मेरे लिवर में खून के थक्के जम गए, जिसे मेडिकल भाषा मे “Heptic Hemangioma” बोलते है। शहर के सदर अस्पताल गया वहाँ कोई सुनता नही। किसको बोले किसे नही। Hemangioma की वजह से पेट के उस हिस्से में हल्का हल्का दर्द भी रहता है। इंसान को इन्होंने शोध की वस्तु बना डाली। किसी की जान जाए इन्हें परवाह नही
Kirti Sagar
मेरी मासी की बेटी जो 29 साल की है ।उसका एक बच्चा भी है ।।कोई बीमारी नही एकदम स्वस्थ ।जिस तीन वैक्सीन लगवाई उसके दूसरे दिन की सुबह ही उसको पैरालिसिस का अटैक आया है ।वो अब बिस्तर पर है हाथ पैर हिलाना भी आसान नहीं है उसके लिए 2-3 month दवा खाने के बाद अब बस सहारा लेकर खड़ी हो पा रही है ।।।अभी भी बेड रेस्ट पर है ।
Shyam Singh
सब कॉरोना वैक्सीन का असर हो रहा है। पता सबको है पर मुंह नहीं खुल रहा है। गुलाम बन चुके हैं विरोध करने की हिम्मत नहीं। यही कांग्रेस कि सरकार होती तो, सड़कों पर निकलकर नंगा नाच रहे होते।
Durgesh Verma
ब्लड क्लॉटिंग, आप सही की ओर इशारा कर रहे है, लेकिन कर भी क्या सकते है भैया, जिनके हाथ मे है वो खुद मारना चाहते है लोगो को
Jawed Akhtar
हम तो खुद ही हैरान है ये क्या हो रहा। अचानक से युवाओं मे हार्ट अटैक इतना कैसे बढ़ गया। मेरे भी एक सर जो 32-35 साल के रहे होंगे 2 दिन पहले हार्ट अटैक से मौत हो गयी।
Irfan Malik
सभी जानते है कि वैक्सीन से ब्लड क्लॉटिंग हो रही है लेकिन अगर खानपान का ध्यान रखें और तनाव से दूर रहे तो इसके असर को बहुत हद तक कम किया जा सकता है
Shubhanshu Singh Chauhan
मतलब ये जो एक 2 फेमस लोग ठंड में हार्ट अटैक से मर रहे हैं जो कि कोलेस्ट्रॉल के गाढ़े हो जाने से हो जा रहा है, उनसे हम ये मान लें कि जो करोड़ो लोगों को वैक्सीन लगी है वो सब मर गए हैं? अस्ट्राजेन्का की वैक्सीन की तो कभी लगी ही नहीं किसी को भारत में।
Mohd tariq
December 29, 2021 at 12:21 am
ये बात सही है जिन्हें कोविद्शील्ड लग रही उन्हें हार्टअटैक आ रहा है पीलीभीत के मेरे एक साथी ने लगवाई मुझसे कहता रहता है जब से लगवाई है बेचैनी है मैं मज़ाक में टाल देता था 10 दिन पहले उसे हार्टअटैक आ गया ल। अभी वो 42 साल का है एसएस नर्सिंग होम में भर्ती करना पड़ा डॉक्टर ने बताया खून गाड़ा होकर जम गया था फिलहाल जान बच गयी है