आयुष कुमार मिश्र-
BJP और MODI को अपना “स्क्रिप्ट राइटर” बदल लेना चाहिए क्योंकि आज बेहद घटिया और D ग्रेड स्टोरी लिखा गया है-
PM की सुरक्षा की जिम्मेदारी राज्य सरकार की नही बल्कि एसपीजी की होती और SPG सुरक्षा प्राप्त हर व्यक्ति का रूट चार्ट SPG की निगरानी में होता है और पूरे रास्ते मे SPG के लोग अपने हिसाब से सुरक्षा घेरा बनवाते हैं।
तो क्या आज SPG ने ऐसा नही किया? और यदि नहीं किया तो क्यों नही किया और नहीं करने के कारण SPG के प्रमुख और गृहमंत्री से इस्तीफा कब लिया जाएगा। कुछ अन्य तथ्य देखें-
- आज फिरोजपुर में जहां किसानों ने रास्ता रोका वह क्षेत्र राज्य सरकार के पुलिस के अंतर्गत आता ही नही क्योंकि मोदी सरकार के “दखलदांजी नीति” के कारण हाल ही में बॉर्डर क्षेत्र के 50 किमी क्षेत्र को BSF के निगरानी में दे दिया गया है और वो रास्ता बॉर्डर के 10 किमी दूरी पर है तो क्या केंद्र सरकार मानती है कि BSF ने PM के सुरक्षा क्षेत्र की निगरानी नही की और यदि ऐसा है तो BSF के मुखिया होने के नाते गृहमंत्री इस्तीफा देंगे ?
- प्रधानमंत्री को हैलीकॉप्टर से 112 किलोमीटर की दूरी तय करनी थी मगर उन्होंने अचानक से कार में जाने का फैसला आखिर किसके सलाह पर लिया और क्या 112 किमी सड़क को बिना पूर्व सूचना के सुरक्षाकर्मियों द्वारा घेर पाना सम्भव है क्योंकि केंद्र सरकार भी जानती है कि पंजाब में किसान मोदी के विरोध में सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
- IB की इंटेलिजेंस कहाँ थी , क्या वो PM के सुरक्षा में होने वाले चूक को पहले नही भांप पाई और यदि IB को पूरे घटना की जानकारी नही हो सकी तो क्या IB के मुखिया के रूप में गृहमंत्री इस्तीफा देंगे ?
- BJP के साथी उर मंत्री जो सवाल पंजाब के चन्नी सरकार से कर रही है वो असल मे उन्हें गृहमंत्री से करना चाहिए क्योंकि PM के सुरक्षा में अगर चूक हुआ है तो उसके लिए SPG, BSF और IB जिम्मेदार है और ये तीनो गृहमंत्री के अंतर्गत आता है।
शीतल पी सिंह-
इस तरह के ड्रामे तब तक चलते रहेंगे जब तक लोगों का एक बड़ा समूह ड्रामे को सच मानता रहेगा , जाने अनजाने!
जिस आदमी के रहन सहन और सुरक्षा पर दुनियाँ की सबसे बड़ी ग़रीबों की आबादी वाला देश अमरीका के बराबर खर्च करने में होड़ करता हो और पूरी नागरिक आबादी लफ़ंगों के रहमो-करम पर हो वहाँ भी ऐसे प्रहसन को दर्शक/समर्थक मिलना दुनियाँ का नौवाँ आश्चर्य है ।