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दबंग दुनिया अखबार से दो संपादकों की एक साथ विदाई

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से प्रकाशित होने वाले समाचारपत्र दबंग दुनिया से दो संपादकों की एक साथ विदाई कर दी गई है। दोनों संपादकों की चोरी-छुपे नूरा कुश्ती काफी समय से चर्चा में थी। एक संपादक महोदय जो भोपाल में पदस्थ थे, पिछले महीने उन्होंने मालिकों के निजी कार्यक्रमों में जमकर काम किया। मालिक की बिटिया की शादी के कार्ड बंटवाए। गिफ्ट और फ्रूट्स की पैकिंग करवाई। और भी बहुत कुछ।

<p>मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से प्रकाशित होने वाले समाचारपत्र दबंग दुनिया से दो संपादकों की एक साथ विदाई कर दी गई है। दोनों संपादकों की चोरी-छुपे नूरा कुश्ती काफी समय से चर्चा में थी। एक संपादक महोदय जो भोपाल में पदस्थ थे, पिछले महीने उन्होंने मालिकों के निजी कार्यक्रमों में जमकर काम किया। मालिक की बिटिया की शादी के कार्ड बंटवाए। गिफ्ट और फ्रूट्स की पैकिंग करवाई। और भी बहुत कुछ।</p>

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से प्रकाशित होने वाले समाचारपत्र दबंग दुनिया से दो संपादकों की एक साथ विदाई कर दी गई है। दोनों संपादकों की चोरी-छुपे नूरा कुश्ती काफी समय से चर्चा में थी। एक संपादक महोदय जो भोपाल में पदस्थ थे, पिछले महीने उन्होंने मालिकों के निजी कार्यक्रमों में जमकर काम किया। मालिक की बिटिया की शादी के कार्ड बंटवाए। गिफ्ट और फ्रूट्स की पैकिंग करवाई। और भी बहुत कुछ।

संपादक जी गदगद थे और खुश भी। इस उम्मीद में कि मालिक की बेटी की शादी के बाद उन्हें समूह संपादक की कुर्सी पर बैठाया जायेगा। लेकिन ये क्या। उधर शादी निपटी इधर संपादकजी को जबलपुर का ट्रांसफर ऑर्डर थमा दिया गया। ये महोदय यदाकदा महिला पत्रकारों को अपने दफ्तर में आमंत्रण देते रहते थे, ये कहकर कि मैं नौकरी लगवाऊंगा, मगर करते कुछ नहीं थे। एक और जिन संपादक महोदय की विदाई हुई उन्हें इन संपादक महोदय ने पहले बाहर करवा दिया था। वे जुगाड़ करके फिर अंदर आ गये। उन्हें दिल्ली का टिकट दिया गया। लेकिन वे ट्रेन पकड़ने के बजाय घर बैठ गये।

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0 Comments

  1. mamta yadav

    April 20, 2015 at 9:32 am

    😆 😆

  2. कुंवर समीर शाही

    April 20, 2015 at 9:36 am

    चापलूसी करना कोई आसान काम नहीं
    हुनर चाहिए आदमी से कुत्ता होने के लिए…

  3. ravi

    April 22, 2015 at 9:55 am

    Bhai yhi hall raipur ka bhi hai vha Ke city chief ki ki aukat nhi hai kyoki samooh sapadk bhi apne chatukatita Ke logo KO rakhta hai 😕

  4. amitamit

    May 5, 2015 at 10:11 am

    पहला गीत दीक्षित है। दूसरे का नाम लेना शोभा नहीं देता। तीसरा लल्लू है, जो लाया गया है। चापलूस कहीं का।

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