अबकी हरियाणा पुलिस ने कारनामा कर दिखाया है. हरियाणा में भी भाजपा की सरकार है. भाजपा की सरकारों वाले राज में मीडिया को या तो पालतू बना लिया जाता है या फिर गिरफ्तार कर लिया जाता है.
हरियाणा से खबर है कि दैनिक भास्कर के संपादक संदीप शर्मा और रिपोर्टर सुनील बरार को खबर लिखने के कारण गिरफ्तार कर लिया गया है.
इस घटनाक्रम का इंटरनेशनल फेडरेशन आफ जर्नलिस्टस और इंडियन जर्नलिस्टस यूनियन ने संज्ञान लिया है और पुलिस की इस कायराना हरकत की निंदा की है.
इन पत्रकारों ने अपराध बस ये कर दिया कि आतंकियों को जिस जगह से गिरफ्तार किया गया, उस जगह को लेकर थोड़ी सी गलत सूचना प्रकाशित हो गई. आतंकी गिरफ्तार किए गए थे गांव मर्दों साहिब से. अखबार में छप गया अंबाला कैंटोनमेंट में इंडियन आयल डिपो के पास. इन दोनों जगहों के बीच फासला बस बीस किलोमीटर है. लेकिन इस मामूली त्रुटि से पुलिस यूं नाराज हुई कि संपादक और रिपोर्टर को गिरफ्तार कर लिया.
इन पर Indian Penal Code (IPC) की ये धाराएं लगाई गईं- sections 153 (wantonly giving provocation with intent to cause riot), 177 (furnishing false information), 504 (intentional insult with intent to provoke breach of the peace) and 505 (2) (statements creating or promoting enmity, hatred or ill-will between classes).
संपादक और रिपोर्टर पर आरोप है कि उन्होंने गलत खबर दी जिससे जनता में पैनिक क्रिएट हो गया. सोचिए, हरियाणा पुलिस कानून पालन कराने के लिए किस तरह कटिबद्ध है… वह एक एक खबर लेंस लेकर पढ़ती है और हल्की सी गल्ती पर अरेस्ट कर लेती है…. ये है अभिव्यक्ति की आजादी का लेवल… और, भाजपा वाले जहां देखो वहां इंदिरा गांधी वाली इमरजेंसी की याद दिलाकर मीडिया वालों को डराते रहते हैं… लेकिन इन खुद की हरकतें सुपर इमजेंसी से भी बढ़कर है…
वो तो धन्य हैं जूडिशियल मजिस्ट्रेट मुकेश कुमार जिन्होंने गिरफ्तार किए गए पत्रकारों को जमानत दे दी. जांच अधिकारी द्वारा खबर की कटिंग पेश किए जाने पर उन्होंने पढ़कर कहा कि इसमें ऐसा कुछ नहीं है जिससे समाज में वैमन्य फैले.
किरण कुमार
September 22, 2021 at 8:53 pm
ये 20 किमी. का फासला क्यों हुआ कुछ पता चला क्या