दैनिक जागरण की हरकतों का अनावश्यक वर्णन कर अब मैं आपके मन को अधिक खट्टा नहीं करना चाह रहा हूं। अब जरूरत है मतलब की बातें जानने और समझने की। तो आपको बता दें कि जैसे जैसे मजीठिया मामले की सुनवाई की तारीख नजदीक आ रही है, प्रबंधन मजीठिया वेतनमान देने से बचने के लिए आपमें भयंकर फूट पैदा करने के प्रयास में लग गया है। उसकी घटिया हरकतों के प्रमाण मेरे पास मौजूद हैं, लेकिन मैं अपनी पोस्ट के जरिये उनका खुलासा नहीं करना चाह रहा हूं। आप मुझसे व्यक्तिगत तौर पर मिल कर अपनी शंका का समाधान कर सकते हैं।
अब कहां तक आपको बताएं, हालत यह है कि कर्मचारियों में गाली गलौज तक शुरू हो चुकी है। इसी का फायदा दैनिक जागरण प्रबंधन उठाना चाह रहा है। इसलिए अब आपको अधिक सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है। आपका भरोसा जीत कर आपका ही साथी आपके गले पर छूरी चला सकता है। दरअसल, मजीठिया मामले में हमारे ही बीच के कुछ लोग अधिक लाभ के लोभ में प्रबंधन के हाथों की कठपुतली बन गए हैं। आपने समय पर उन्हें नहीं पहचाना तो बहुत देर हो जाएगी।
आपका शुभचिंतक बनने के लिए जो लोग आपके करीब आएं, उनसे यह सवाल जरूर पूछें कि मजीठिया वेतनमान के अनुसार मुझे कितनी सैलरी मिलेगी। मेरा कितना एरियर बनेगा। उनके जवाब की क्रॉस चेकिंग जरूर कराएं। यह भी हो सकता है कि आपको मजीठिया वेतनमान दिलाने के नाम पर आपसे कुछ कागजात पर हस्ताक्षर करा लिए जाएं और बाद में उसका दुरुपयोग किया जाए।
दरअसल, आपके खिलाफ साजिश की बुनियाद तभी रख दी गई थी, जब काम बंद हड़ताल के बाद सतीश मिश्रा नोएडा आए थे। उन्होंने नीतेंद्र श्रीवास्तव को जो गुरु मंत्र दिए थे, उन्हें अब एक एक कर लागू किया जा रहा है। आने वाले दिनों में कई सनसनीखेज धमाकों और खुलासों से आप रूबरू हो सकते हैं। अपना ख्याल रखें। आपका दिन शुभ हो और रात शांतिपूर्ण।
श्रीकांत सिंह के एफबी वॉल से
girish baurai
April 16, 2015 at 4:57 am
mai dainik jagran lucknow mai scheduling head tha. Aur main badi najdiki se dhekha hai ki yahan per sabse jayda politics hai aur esi majithia wage board ke karan mera transfer indore nai duniya me kiya gaya. totally aye akhabaar choron or ayashion ka akhabaar hai.
girish baurai
ex scheduling head
dainik jagran lko