नोएडा : अपनी मांगों को लेकर संघर्षरत दैनिक जागरण के कर्मचारियों का प्रबंधन से समझौता हो गया। उनके ज्यादा से ज्यादा मान लेने के लिए प्रबंधन मजबूर हो गया। आंदोलन की दो-तीन खास कामयाबियां रहीं। एक तो काम के घंटे छह सुनिश्चित हो गए, ओवर टाइम ड्यूटी का डबल भुगतान मिलेगा, साथ ही वेतन में दस प्रतिशत तक इंक्रिमेंट होगा।
गौरतलब है कि दैनिक जागरण नोएडा की कर्मचारी यूनियन ने पिछले महीने एक मांगपत्र देने के साथ ही मांगों पर विचार नहीं किए जाने पर 29 जून 2015 को हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी थी। मांगपत्र को उप श्रमायुक्त ने रूल-4 के तहत संज्ञान लिया था। दोनो पक्षों को यथास्थिति बनाए रखने की हिदायत दी गई थी। इसके तहत 14 जुलाई 2015 को दोनो पक्षों में संराधन वार्ता बुलाई गई।
आंदोलनकारियों और प्रबंधन के बीच हुई समझौता वार्ता के मुताबिक इस बात पर सहमति बनी कि मजीठिया वेतन बोर्ड की सिफारिशें लागू किए जाने को लेकर जो सुप्रीम कोर्ट में अवमानना का वाद दायर किया गया है, उस पर न्यायाधीश जो भी निर्णय देंगे, उनका दोनो पक्ष अनुपालन करेंगे।
समझौता वार्ता में ये भी तय हुआ कि जो कर्मचारी रात्रि पाली में लगातार कार्य कर रहे हैं, उनके लिए नियमतः रोटेशन व्यवस्था एक माह के अंदर लागू हो जाएगी। साथ ही रात्रि पाली के लिए दिए जाने वाले भत्ते के संबंध में मजीठिया वेतन बोर्ड की अनुशंसाए लागू होने की स्थिति में उसका पालन किया जाएगा।
दोनो पक्ष इस बात पर सहमत हो गए कि जिन कर्मचारियों की वार्षिक वेतन वृद्धि और पदोन्नति नहीं हुई है, संस्थान में लागू अप्रेजल व्यवस्था के अनुरूप उनकी वेतन वृद्धि छह प्रतिशत से अधिक की जाएगी। तदनुरूप अगले माह उनका एरियर भी वेतन में जोड़ कर दिया जाएगा। इससे पूर्व कर्मचारी अपना एरियर अग्रिम भुगतान के रूप में प्राप्त कर सकता है। साथ ही पालिसी के मुताबिक पदोन्नति का लाभ मिलेगा।
इस बात पर भी समझौता हो गया कि प्रबंधन आंदोलनकारियों के खिलाफ कोई उत्पीड़नात्मक कार्रवाई नहीं करेगा। जो कर्मचारी ईएसआई की परिधि में नहीं होंगे, उनके लिए मेडिकल पॉलिसी का अनुकूलन किया जाएगा। सभी कर्मचारियों को त्यौहारिक एवं राष्ट्रीय अवकाश प्रदान किए जाएंगे। वर्किंग जर्नलिस्ट एक्ट के अनुसार निर्धारित कार्य-अवधि का अनुपालन किया जाएगा। मशीन, इलेक्ट्रिकल एवं मेंटीनेंश विभागों में कार्यरत कर्मचारियों को प्रत्येक वर्ष मौसम के अनुसार दो जोड़ी वर्दी एवं जूते दिए जाएंगे। साथ ही रियायती दरों पर कैंटीन में खान-पान मिलेगा।
समझौता वार्ता में सुनिश्चित हुआ कि एलटीए की मांग पर बाद में विचार किया जाएगा। कर्मचारियों को पहले की तरह नियमतः वेतन पर्चियां उपलब्ध कराई जाएंगी। उप श्रमायुक्त वी.के. राय और नोएडा (गौतमबुद्ध नगर) के सिटी मजिस्ट्रेट के.पी. सिंह के समक्ष समझौता पत्र पर सेवायोजक पक्ष की ओर से मुख्य महाप्रबंधक जीतेंद्र श्रीवास्तव एवं कर्मचारी यूनियन की ओर से प्रदीप कुमार सिंह, रतनभूषण प्रसाद सिंह, नरवीर सिंह, रवींद्र पाल सिंह, कृष्णकुमार पाठक, अरुणकुमार बरनवाल और चक्रपाणि पाठक ने हस्ताक्षर किए।
के के बोरा
July 17, 2015 at 12:38 am
समझोता त्रुटिपूर्ण है !मजीठिया वेज बोर्ड की सिफारिशों को केंद्र ने नोटिफाई कर चुकी है और सुप्रीम कोर्ट पालन के आदेश उपरांत कांतेम्प्त पर सुनवाई कर रहा हैं| एरियर व् वेतन मजितिया के अनुरूप होना चाहिए !