मथुरा। बीबीसी की हिन्दी वेबसाइट पर ‘फोटो-वीडियो’ कॉलम में भारत के चर्चित निठारी हत्याकाण्ड के मुजरिम सुरेन्द्र कोली को फांसी देने की तैयारी कर रहे मेरठ जेल के जल्लाद से बातचीत ‘पवन जल्लाद तनाव में क्यों है’ में लिखा गया है कि- उनके (पवन जल्लाद) दादा कालूराम जल्लाद ने तो रंगा-बिल्ला और इंद्रा गांधी जैसे अपराधियों को फांसी पर लटकाया था.
जबकि यहां लिखना यह चाहिए था कि कालूराम जल्लाद ने तो रंगा-बिल्ला (जिन्होंने 1979 में दो बच्चों गीता व संजय चोपड़ा का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी थी) और इंदिरा गांधी के हत्यारों सतवंत (जो बेअंत सिंह के साथ उनकी सुरक्षा में तैनात था) तथा केहर सिंह (जो बेअंत का चाचा था, उसी ने सारी साजिश की थी) जैसे अपराधियों को फांसी पर लटकाया था। रिपोर्ट बीबीसी संवाददाता सलमान रावी की है।
भड़ास को भेजे गए पत्र पर आधारित।
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Comments on “तो कालूराम जल्लाद ने रंग-बिल्ला के साथ इंदिरा गांधी को भी फांसी पर लटकाया था?”
बीबीसी हिन्दी का स्तर कितना नीचे जा चुका है, उसका यह एक छोटा सा नमूना है.