धर्मशाला, 15 अक्तूबर। मजीठिया वेज बोर्ड के तहत वेतनमान व एरियर की मांग करने पर दैनिक जागरण से सस्पेंड किए गए धर्मशाला यूनिट के कर्मियों ने आज जिला मुख्यालय में रैली निकाल कर दैनिक जागरण के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जगरण प्रबंधन की मनमानी के खिलाफ आवाज उठाने पर सस्पेंड किए गए 18 कर्मियों ने पहले दैनिक जागरण की पठानकोट-मनाली एनएच किनारे शाहपुर के बनोई में स्थित प्रेस के बाहर धरना-प्रदर्शन शुरू किया था। वीरवार को वे जिला मुख्यालय में पहुंचे और यहां दैनिक जागरण के मालिक संजय गुप्ता और प्रबंधन के खिलाफ नारे लिखी तख्तियां लेकर जमकर नारेबाजी की।
दैनिक जागरण कर्मी आज सुबह एजूकेशन बोर्ड के पास से नारेबाजी करते हुए कचहरी अड्डा में पहुंचे। यहां उन्होंने मिनी सचिवालय के आसपास रैली निकाली और नारेबाजी की। इसके बाद वे उपायुक्त कार्यालय गए। यहां कुछ देर तक धरना देते हुए नारेबाजी की गई। इसके बाद वे जिला न्यायालय परिसर से होते हुए जिला श्रम कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने कार्यालय के बाहर काफी देर तक प्रबंधन के खिलाफ नारे लगाए।
प्रदेश के इतिहास में यह पहली बार है, जबकि किसी अखबार के कर्मियों ने उसकी प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की हो। अब तक बाकी कर्मचारियों व अन्य लोगों की रैलियों की कवरेज करने वाले जिला मुख्यालय के अधिकारी व कर्मचारियों सहित यहां पहुंचे लोग एक अखबार के खिलाफ निकली रैली से काफी हैरान थे। जनता के हितैषी होने और उनके हक की आवाज उठाने का दावा करने वाली अखबारों के अंदर हो रहे शोषण व कर्मचारियों के दमन के बारे में सुन कर हर कोई अखबार मालिकों को कोसता नजर आया। हालांकि इस रैली से केवल दैनिक जागरण की ही इज्जत सरेआम नीलम हुई है। वह दिन दूर नहीं जब बाकी अखबारों के कर्मचारी भी अपने हक के लिए सड़कों पर नजर आएंगे।
तस्वीरें देखने के लिए नीचे लिखे Next पर क्लिक करें>>
अगली तस्वीर देखने के लिए नीचे लिखे Next पर क्लिक करें>>
अगली तस्वीर देखने के लिए नीचे लिखे Next पर क्लिक करें>>
अगली तस्वीर देखने के लिए नीचे लिखे Next पर क्लिक करें>>
अगली तस्वीर देखने के लिए नीचे लिखे Next पर क्लिक करें>>
अगली तस्वीर देखने के लिए नीचे लिखे Next पर क्लिक करें>>
संबंधित खबर पढ़ने के लिए नीचे लिखे Start पर क्लिक करें>>
आनंद शर्मा शिमला
October 15, 2015 at 9:41 am
संघर्ष जारी रहे…न्याय जरूर मिलेगा। दैनिक जागरण कर्मचारी खैरात नहीं मांग रहे, अपना हक मांग रहे हैं, जो कानून के अंतर्गत उनके लिए निर्धारित है।
anu chauhan
October 16, 2015 at 5:55 am
jagran ke karmiyon ko slaam. news paper prabandhan ke khilaph aawaj uthakar aapne bahut hi srahniya kaam kiya hai. pradesh ka har akhbar apne karamchariyon ka shoshan kar rha hai. chingari beshak jagran me bhadki hai. par aag sabhi akhbarwalon ko dikhai degi. apne kaq ke liye aawaj uthane ka waqt aa gya hai. divyahimachal. punjab kesri. himachal dastak. amar ujala walo aap kab jagoge