Vishwa Deepak : अगर ये तस्वीर हैदराबाद हाउस की है तो कहा जा सकता है कि आज हैदराबाद हाउस की धरती पवित्र हो गई. आज एक महान ‘संत’ के चरण इस धरती पर पड़े. आप सब पहचानते हैं इस ‘संत’ को. ऐसा सौभाग्य भारत के किसी प्रधानमंत्री को शायद ही मिला होगा. उगाही के चक्कर में तिहाड़ जेल की रोटी खाने वाले किसी संपादक को किसी राष्ट्र प्रमुख से मिलवाने की ये शायद पहली घटना होगी.
आज भारत का लोकतंत्र धन्य-धन्य हो गया. गांधी,अंबेडकर से लेकर गणेश शंकर विद्यार्थी तक हर किसी की आत्मा खुशी से नाच रही होगी. वो सब पत्रकार थे लेकिन ऐसा सौभाग्य किसी को नहीं मिला. इस तस्वीर को पत्रकारिता के पाठ्यक्रम का हिस्सा बना देना चाहिए.
मान गया कि साहेब का सीना 56 इंच का है. ऐसे ‘संत’ को अपनाने का साहस वही दिखा सकते हैं. इस तस्वीर से एक नैतिक शिक्षा भी मिलती है दोस्तों. शिक्षा यह है कि लूटिए, खसोटिए, चोरी कीजिए, डाका डालिए, झूठ बोलिए, दलाली कीजिए, दंगे फैलाइए सिस्टम आपको सम्मानित करेगा. सिस्टम का बाप यानि की प्रधानमंत्री भी आपका स्वागत करेगा. लेकिन अगर आपने ईमानदारी की राह पकड़ी तो आपका मारा जाना तय है. अभी कल ही Uday Prakash बोल रहे थे कि नैतिकता का अंत हो चुका है. नई सभ्यता में अब ये कोई पैमाना नहीं रहा. मैं स्वीकारने में थोड़ा हिचक रहा था. आज दिख गया – एक लेखक ने सच कहा था.
जी न्यूज में कार्य कर चुके युवा पत्रकार विश्व दीपक की एफबी वॉल से.
राजेश पंडित
October 28, 2016 at 6:14 pm
यह भी देखें तो बहुत लोगों की आंख खुले..
https://www.facebook.com/omnath.shukla
Binod Kumar Lal
November 5, 2016 at 6:35 am
राडिया टेप कांड मे जो पत्रकार शामिल था उसके बारे मे कोई लेख लिखीए न श्रीमान् ।
Samarjeetkumar Singh
December 28, 2016 at 7:13 pm
इस फेसबुक पोस्ट से जलने की बू आ रही है।