शीतल पी सिंह-
काबुल और बुलबुल… मोदीजी के कुशल नेतृत्व में हमारे भारतीय मीडिया ने अपने आप को अंतरराष्ट्रीय जोकर में तब्दील कर लिया है!
संघी घराने के सबसे उदीयमान नक्षत्र हालाँकि उद्धव ठाकरे की सरकार द्वारा जेल में डालने के बाद पिछली आभा खो चुके हैं लेकिन आदत से बाज आ जाएँ ऐसा उनकी फ़ितरत नहीं!
इस समय मीडिया और टीवी चैनलों को निर्देश हैं कि तालिबान/अफ़ग़ानिस्तान पर सांप्रदायिक ऐंगल से समाचार और विश्लेषण की बाढ़ लाएँ । कुछ चैनलों का इस निर्देश के बाद ऐसा रूप रंग हो गया है कि वे भारत कभी कभार ही लौटते हैं, वे काबुल में ही बस गये हैं!
इन कुकुरमुत्तों में आपस में एक दूसरे को पछाड़ कर वफ़ादार रहने की अघोषित प्रतियोगिता चलती रहती है । इसके लिए झूठ और प्रपंच के सिवा ये कर भी क्या सकते हैं क्योंकि बारडर पार कर जोखिम लेना तो इन शिखंडियों के बूते का है नहीं!
ख़ैर ताज़ा वाक़या अर्नब गोस्वामी के रिपब्लिक चैनल का है । कल अफ़ग़ानिस्तान पर एक प्रायोजित बहस में एक तरफ़ हमारे झबरा मूँछों वाले जनरल और दूसरी तरफ़ किसी पेड पाकिस्तानी को बैठाकर अर्नब लंतरानी छाँट रहा था और जोश में हांक गया कि “काबुल के सेरेना होटल के पाँचवें फ़्लोर पर ISI के अफ़सरों की मीटिंग चल रही है”और आगे हाँका कि “कमरा नं बताऊँ”?!
आज पाकिस्तानी ट्विटराती ने सेरेना होटल के चित्र जारी कर विकिपीडिया का लिंक साथ संलग्न कर दिया है कि सेरेना होटल में तो सिर्फ़ दो फ़्लोर हैं! देखें फ़ोटो-
अर्नब के फेंकने का वीडियो देखने के लिए इस Fb लिंक पर क्लिक करें- https://www.facebook.com/100003230068807/posts/4319432804841012/?d=n
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