पत्रिका ग्रुप के अखबार से लेकर रेडियो, टीवी, डिजिटल तक में कत्लेआम….
पत्रिका ग्रुप में भयानक उठापटक चल रही है. लगातार नौकरियां छीनी जा रही हैं. इसी ग्रुप के रेडियो ‘एफम तड़का’ के प्रयागराज हेड अमित श्रीवास्तव ने एक मेल लिखी है. पढ़ें इसे और इनके दर्द को समझें. हम आप तो दर्द भावनाएं समझते हैं पर प्रबंधन दर्द नहीं समझता. इस समय पत्रिका ग्रुप के एमडी सिद्धार्थ कोठारी आंख-नाक-कान-मुंह सब बंद किए हुए हैं.
कर्मचारियों का कहना है कि एमडी सिद्धार्थ कोठारी को जब कोई कर्मचारी अपनी पीड़ा बताता है तो वह धृतराष्ट्र की तरह अपनी आंखें मूंद लेते हैं. उन्हें बस बलि चाहिए.
नेशनल हेड सौरभ भंडारी कत्लेआम में जोरशोर से लगे हैं.
पत्रिका अखबार, पत्रिका टीवी, पत्रिका डिजिटल, एफएम तड़का हर सिगमेंट में कोहराम मचा हुआ है. हर जगह लोगों को निकाला जा रहा है. पत्रिका डिजिटल उत्तर प्रदेश में लखनऊ ऑफिस को छोड़कर सभी ऑफिस बंद किये गए. डिजिटल मार्केटिंग की पूरी टीम को हटाया गया. ग्रुप कंपनी ‘फोर्टफोलियो’ में नियुक्त कई मीडियाकर्मियों को नौकरी से निकाला गया.
बताया जा रहा है कि एफएम तड़का की पूरी उत्तर प्रदेश की टीम से जबरन रिजाइन ले लिया गया है. जिसने नहीं दिया उसे टर्मिनेट कर दिया गया है.
पत्रिका चैनल के बिज़नेस हेड आदित्य नारायण से जबरन लिया गया इस्तीफा. कॉर्पोरेट हेड प्रवीण मल्होत्रा और उनकी टीम पर लटक रही सौरभ भंडारी की तलवार. अमित चौधरी को इनकी टीम से किया गया टर्मिनेट.
मार्च से मई महीने में एक लाख से ऊपर के ज्यातादर वेतन वालों को एचआर से गई कॉल. कहा गया कि खुद रिजाइन कर दो से तीन महीने की तन्खा ले लें अन्यथा टर्मिनेट कर दिया जायेगा. नेशनल कॉर्पोरेट टीम के अलावा दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश से डिजिटल, टीवी, एफम तड़का व प्रिंट में बड़े स्तर पर की गयी छंटनी.
सूत्रों का कहना है कि कर्मचारियों का जबरन उत्पीड़न कर बड़े पैमाने पर की गई छंटनी. कहने को इस संस्था में एचआर डिपार्टमेंट है जिसके मुखिया मनोज ठाकुर हैं जो अपने बचे कार्यकाल को पूरा करने के चलते लाचार हैं. उनके अधीनस्थ रिया व मसीह हैं जो कभी किसी भी कर्मचारी के फ़ोन नहीं उठाते हैं. ये लोग सौरभ भंडारी की कठपुतली हैं.
ग्रुप के बंटवारे और कोरोना के चलते लगे लॉक डाउन की आड़ में पत्रिका समूह कर्मचारियों को निकालने में लगा है. प्रबंधन ने कार्मिकों को पत्र लिखा है कि उनके वेतन का एक हिस्सा परफॉर्मेन्स वेतन के नाम पर काटा जाएगा. इसका एक हिस्सा महीने की परफॉर्मेंस, और शेष भाग सालाना अप्रेजल के बाद दिया जाएगा. उसके बाद भी बड़े बड़े नामी दिग्गजों को अच्छे परफॉरमेंस के बाद भी परेशान कर हटाया जा रहा है.
रिजाइन करने या जबरन टर्मिनेट होने पर कर्मचारियों को नहीं किया जा रहा नोटिस पीरियड, काटी गई मार्च-अप्रैल की सैलरी व पीएलआई का पूरा भुगतान.
पढ़िए एफएम तड़का के प्रयागराज हेड अमित श्रीवास्तव की चिट्ठी-
पत्र में एफम तड़का के प्रयागराज हेड अमित श्रीवास्तव ने एमडी सिद्धार्थ कोठारी को सौरभ भंडारी और पुष्यमित्र जेटली के खिलाफ काफी कुछ लिखा है….
From: amit srivastava
Date: Wed, Mar 18, 2020 at 10:57 AM
Subject: Important & Urgent
dear sir,
kindly remember i just want to remind you your own words wherein you had
appreciated my hard work in almost all the meetings. Sir i am 2 plus
years old in the organisation & tried my best to give the best possible
results from my area. sir plz refer my earlier emails dated so & so
wherein i requested you to kindly help me out regarding ncr wherein its
me who visit the client & tried to explore maximum business from ncr.
the results are known to you.
apart from ncr there are no of other commercial clients which has
appeared on regular basis in fm tadka.
there are more clients in pipeline which will come in fm tadka in coming
quarter.
sir i want to bring in your kind notice even after working so hard ,
producing the best possible results, i am shocked with the bahaviour of
my seniors , they always discourage me by saying that i am not working
upto the mark ( your work is not satisfactory ) not only this they asked
me to resign with immediate effect.
there was so much of pressure from my seniors that i m going to be
terminated ( reason best known to them only ) or i should resign myself.
sir you are the head of the organisation & there is so much left to
learn from you as a professional. i will request you to kindly look into
my matter as mentioned above at your personal level.
sir i will request you to give me a charge of eastern up ( for 6 months
with rational desired team target ) or i request you to shift me to
print to enable me to give my best to the organisation. i have a very
positive approach for my organisation which is like a temple to me from
where i earned my livelihood.
thanking you
Amit Srivastava
FM Tadka