ज्ञानेंद्र शुक्ला-
लखनऊ के आशियाना में जोमैटो के डिलीवरीमैन के संग जातिसूचक शब्द कहते हुए दुर्व्यवहार और मारपीट का मामला सुर्खियों में हैं. चूंकि सिर्फ पुलिसिया प्रेसनोट पर ही खबरें लिख देने का चलन है लिहाजा चंद पत्रकारों ने ही घटना की तह तक जाने की जहमत उठाई.
ऐसे ही खोजी खबरनवीसों में शुमार हैं Gagan Mishra. वे न सिर्फ मौके तक पहुंचे बल्कि सभी पक्षों से बातचीत करते हुए गहराई से पड़ताल की.
जो जानकारी मिली उसके मुताबिक आरोपी पक्ष गंगवार बिरादरी से ताल्लुख रखता है जो ओबीसी श्रेणी में आते हैं. झगड़े की शुरूआत में जातीय विद्वेष का मुद्दा था ही नहीं. ये लापरवाही से हुए हादसे से उपजे संघर्ष का परिणाम था.
दरअसल, मुख्य आरोपी बनाए गए अजय सिंह ने शनिवार की रात नानवेज खाने का आर्डर दिया, जिसे लेकर डिलीवरी मैन विनीत रावत उनके घर पर पहुंचा. यहां अजय किसी रिश्तेदार को छोड़ने निकले हुए थे. घर मे उनके भाई अभय गुटखा खाए हुए थे जिसे गेट से थूकते वक्त ही विनीत उनके सामने आ गया और पीक की छीटें उस पर जा गिरीं.
खुद विनीत ने माना कि उस वक्त अभय नशे की हालत में थे हालांकि तुरंत ही अभय सिंह गंगवार ने माफी भी मांगी. पर इस घटना से आहत होकर विनीत ने एतराज जताया (इस दौरान डिलीवरी मैन की जाति की जानकारी आर्डरकर्ता को कतई नहीं थी) कहासुनी होने लगी.
इस बीच अजय वहां पहुंच गए, बहस गहराने लगी, इस बिंदु पर दोनों ही पक्ष को एक दूसरे के नाम का पता चला, मारपीट की नौबत आ जाने के बाद विनीत वहां अपनी बाईक छोड़कर निकल भागे. उसने डायल 112 के जरिए पुलिस को इत्तिला दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे बाईक दिलाई और थाने जाकर शिकायत दर्ज कराने की सलाह दी.
रविवार को विनीत अपने अधिवक्ता के साथ थाने पहुंचे. यहां अजय सिंह गंगवार उनके भाई अभय और अन्य साथियों के खिलाफ एससीएसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करा दिया.