अंकित राज-
Ohoooo… लगता है असली वाले PM अब कार्यभार सम्भाल चुके हैं। कहीं फ़क़ीर झोला लेकर निकल तो नहीं लिया?
Girish Malviya-
एक वक्त हुआ करता था जब यूरोप के किसी देश का प्रधान मंत्री/राष्ट्रपति भारत आता था तो सबसे पहले दिल्ली आता था और उसकी पहली भेट प्रधान मंत्री या विदेश मंत्री से रखी जाती थीं पॉलिसी मैटर और दोनों देशों के बीच रिश्तों के संदर्भ दोनों मिलकर एक साझा बयान देते थे… लेकिन अब जमाना कितना बदल गया है, खुद देख लीजिए…
विजय शंकर सिंह-
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की अहमदाबाद में आगवानी करते गौतम अडानी। उद्योगपतियों के साथ विदेशी राष्ट्राध्यक्ष मिलते रहे हैं पर वह एक औपचारिक बैठक होती थी। वैसे अडानी की बात टालने की हैसियत सरकार में है भी नहीं।
पुष्प रंजन-
देश का पीएम बड़ा, या गौतम अडानी? क्या पहले कभी हुआ था ऐसा? ब्रिटेन का प्रधानमंत्री सबसे पहले अहमदाबाद उतरता है, और गौतम अडानी से मिलता है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी से बोरिस जॉनसन की मुलाक़ात कल होगी दिल्ली में. बोरिस जॉनसन, भारत-प्रशांत में निवेश और तकनीकी सहयोग पर शुक्रवार को कुछ समझौता करेंगे. कुछ भी कहिये, इस शख्स ने कूटनीति को मज़ाक़ का विषय बना डाला.
शम्भूनाथ शुक्ला-
आदरणीय नरेंद्र मोदी जी,
प्रधानमंत्री
भारत गणतंत्र
आपसे इस नाचीज़ का विनम्र निवेदन है कि भारत की राजधानी दिल्ली से गांधीनगर शिफ़्ट कर दें। इसके कई कारण हैं।
१. भारत की राजधानी कभी भी दिल्ली नहीं रही।
२. इसे अंग्रेजों ने १९११ में राजधानी बनाया। और फिर नेहरू ने। हालाँकि नेहरू इलाहाबाद ले जाना चाहते थे पर वहाँ के लोगों के भारी विरोध के चलते ऐसा हो न सका। दूसरा विकल्प कानपुर था लेकिन नेहरू को कनपुरिया चिकाईबाजों से चिढ़ थी। इसलिए राजधानी दिल्ली बनी।
३. दिल्ली की कोई कल्चर नहीं है न मौसम है और न ही राजधानी जैसी शांति।
४. यहाँ की हरीतिमा भी अब नष्ट हो चली है। भू जल खारा है। प्रदूषण बहुत ज़्यादा।
५. अब जो भी विदेशी अतिथि आता है वह पहले अहमदाबाद जाता है। इसलिए उनकी सुविधा को देखते हुए गांधी नगर उचित रहेगा।
६. गुजरात उत्तर और दक्षिण के मध्य में है। सबसे संपन्न राज्य है और शांत भी। यहाँ के लोग भी उद्यमशील हैं। इसलिए हर तरह से यह सही रहेगा।
Subodh Ranawat
April 23, 2022 at 9:09 am
देश का पीएम बड़ा, या गौतम अडानी? क्या पहले कभी हुआ था ऐसा? ब्रिटेन का प्रधानमंत्री सबसे पहले अहमदाबाद उतरता है, और गौतम अडानी से मिलता है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी से बोरिस जॉनसन की मुलाक़ात कल होगी दिल्ली में. बोरिस जॉनसन, भारत-प्रशांत में निवेश और तकनीकी सहयोग पर शुक्रवार को कुछ समझौता करेंगे. कुछ भी कहिये, इस शख्स ने कूटनीति को मज़ाक़ का विषय बना डाला.
मोदी जी आप भारत के PM हो अडानी का CEO?