Yashwant Singh : दिन रात नरेंद्र मोदी के खिलाफ लिख-लिख के इस शख्स को पीएम बनवा चुके सेकुलर / कामरेड / दलित / पिछड़े / मुस्लिम किस्म के भाइयों-बहनों से अनुरोध करूंगा कि कभी-कभी अपने ‘घर-परिवार’ यानि सपा-बसपा की कारस्तानी पर भी कलम चला लिया करें. उत्तर प्रदेश का महाभ्रष्ट मंत्री गायत्री प्रजापति आजकल मुलायम और अखिलेश की आंखों का तारा दुलारा हो गया है. बरेली में मंच पर भाषण दे रहे नेताजी मुलायम सिंह यादव अपनी बात सीएम अखिलेश यादव तक पहुंचाने के लिए बार बार गायत्री प्रजापति को निरखते-संबोधित करते रहे.
उफ्फफ… इस अदा पर कौन न मर जाए. दिन रात समाजवाद की दुहाई देने वाले ये बाप-बेटे असल में जंगलराज के प्रवर्तक हैं. बाप भदेस टाइप का जंगलराज चलाता था तो बेटा थोड़ा साफिस्टिकेटेड तरीके से चला रहा है. जनता के अरबों रुपये लुटा कर दिन रात अखबारों चैनलों विज्ञापन चलवा देख कर ये बाप बेटे आपस में ही यूपी को उत्तम प्रदेश घोषित करते हुए तालियां पीट कर एक दूजे की पीठ थपथपा लिया करते हैं.
जानने वाले जानते हैं कि गायत्री तो बहाना है, असल में यूपी में उगाही / करप्शन की सारी नदियां वाया गायत्री एंड अदर दरअसल यादव खानदान के समुद्र में ही विलीन होती हैं. कुछ लैपटाप बांटकर, कुछ सड़क बनाकर, कुछ घोषणाएं करके ये टीपू मान चुका है कि उससे बड़ा विकास पुरुष कोई न हुआ है न होगा. और धन्य हैं इसके पेड हरकारे जो इसकी हर अदा पर वाह वाह कहते लिखते गाते रहते हैं और बदले में भ्रष्टाचार के संगम से कुछ सीपियां चुन लाते हैं.
इन कथित समाजवादियों से तो लाख गुना अच्छी थीं जयललिता जिन्होंने गरीबों के लिए जीना, खाना, पढ़ना, इलाज कराना, इलाज कराना, शादी करना… सब कुछ लगभग फ्री कर दिया था. सच्ची समाजवादी तो जयललिता को कहना चाहिए, भले ही वो ब्राह्मण खानदान में पैदा हुईं.
जाति की राजनीति करने वालों को धर्म की राजनीति करने वालों का विरोध करने का कोई नैतिक हक नहीं है. सबसे पहले आप आज के समय का मनुष्य बनिए, तार्किक होइए, वैज्ञानिक सोच से लैस होइए, जाति-धर्म से उपर उठिए, अपने संस्कार-सोच को अपग्रेड कर माडर्न बनाइए, जो गलत हो तो उसे गलत कहने का साहस रखिए.
सेलेक्टिव होकर, चूजी होकर, एजेंडा लेकर आलोचना करते रहना असल में एक किस्म का फीसावाद ही है. उनका धर्म और झूठ आज देश को आतंकित किए है तो आपका जातिवाद और जंगलराज प्रदेश को चिरकुट किस्म का बनाए है.
फिलहाल तो आज मुलायम और अखिलेश को शेम शेम कहने का दिल कह रहा है क्योंकि भ्रष्टाचारियों, अपराधियों, लुटेरों को गले लगाए बाप-बेटा जब लोकतंत्र, जनता व समाजवाद की बात करते हैं तो उत्तर प्रदेश के साथ इनका छल, झूठ और दगा खुद-ब-खुद सार्वजनिक हो जाता है व इनके प्रति भी एक नफरत का भाव पैदा हो जाता है, वैसे ही जैसे धर्म के कारोबार से अंधविश्वास / नफरत / अज्ञान / दलाली फैला कर जनविरोधी राज चलाने वाले सवर्ण सामंती मानसिकता के नेताओं के प्रति होता है.
भड़ास के एडिटर यशवंत सिंह की एफबी वॉल से.
sanjeev singh thakur
December 10, 2016 at 9:10 am
1000 % sahi likha ha aapne. Kuch din pahle Ramdev ji ke mouthpiece Aastha channel par Ramdev Ji ne bhi Akhlilesh Ji ke bagal mein baith kar CM ki tareefon ke pul baandh diye jo asliyat se koson dur thea. Aakhir Food Park ke liye crroron rs ki zameen free me milne ka kuch to aahsaan chukana padega Patanjali Inc. ko