आज की खबरों में अमृतसर का ट्रेन हादसा सबसे महत्वपूर्ण है। पहले ऐसे हादसों में मृतकों की संख्या अक्सर अलग छपती थी पर इस बार खासियत है कि सबों (ज्यादातर) ने मृतक की संख्या 61 बताई है। हादसा दुर्घटना ही लगता है पर कांग्रेस विधायक नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी डॉ. नवजोत कौर मुख्य अतिथि थीं और उनका नाम लगभग हर अखबार में है और इस तरह कि एक ने उनका कहा लिखा है, इसपर राजनीति शर्मनाक है। लगभग सभी अखबारों ने बताया है कि रेल मंत्री अमेरिका यात्रा बीच में छोड़कर आ गए। आइए देखें किस ने क्या, कैसे छापा है।
दैनिक हिन्दुस्तान टाइम्स ने ‘दर्दनाक’ के साथ दो फ्लैग हेडिंग लगाया है। अमृतसर में रेल पटरी पर खड़े लोगों को रौंदती हुई गुजर गई ट्रेन। दूसरा फ्लैग शीर्षक है, अधिकारी मौके पर पहुंचे, रेलमंत्री ने अमेरिका यात्रा बीच में छोड़ा। मुख्य शीर्षक है, रावण दहन देख रहे 61 लोग ट्रेन से कटे।
अखबार ने पांच बड़ी चूक भी छापा है। इसमें तीसरा है, स्थानीय पार्षद ने बिना इजाजत इस मेले का आयोजन किया और चौथा घटना के बाद पुलिस को मौके पर पहुंचने में देर लगी। दो छोटी खबरों में एक का शीर्षक है, अस्पताल में बुरे हालात और मुख्यमंत्री आज जाएंगे। इसके बराबर में प्रधानमंत्री का कोट है, अमृतसर की घटना से बेहद दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ है जिन्होंने अपनों को खोया है। अफसरों को तत्काल सहायता मुहैया कराने के निर्देश दिए गए हैं।
नवभारत टाइम्स ने इस खबर का शीर्षक लगाया है, जलता रावण देख रही भीड़ पर चढ़ी ट्रेन। 61 से ज्यादा लोगों की मौत, करीब 72 घायल। चंडीगढ़ डेटलाइन से अजय गौतम की इस खबर के साथ वीडियो में दिखा खौफनाक मंजर शीर्षक से दो कॉलम में दो फोटो हैं और उनके नीचे लिखा है, वीडियो में दिखा कि भारी भीड़ जलते हुए रावण को देख रही थी।
दूसरी फोटो के नीचे लिखा है, उसी दौरान दो ट्रेनें बेहद तेज रफ्तार में भीड़ के बीच गुजरी। लीड के साथ एक छोटी खबर है, पटाखों की आवाज में ट्रेन आने का किसी को पता ही नहीं चल सका। दूसरी खबर है, मरने वालों में ज्यादातर यूपी-बिहार के मजदूर थे जो आस-पास रहते थे। खबर में अखबार ने लिखा है, बताते हैं कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी थीं।
दैनिक जागरण ने हादसे की खबर को सात कॉलम में छापा है। शीर्षक है, रावण दहन के दौरान ट्रेन से 10 सेकेंड में 61 कटे। अखबार ने फ्लैग शीर्षक लगाया है, अधजला पुतला गिरने से अमृतसर में मची भगदड़ के दौरान ट्रैक पर पहुंचे लोग, दोनों तरफ से आ रही ट्रेनों की चपेट में आए।
दैनिक जागरण में छपी लीड न्यूज
अखबार ने लापरवाही शीर्षक से एक कॉलम में बताया है कब, कहां, कैसे, क्यों और कौन जिम्मेदार। इनमें मरने वालों में ज्यादातर यूपी-बिहार के मजदूर थे जो आस-पास रहते थे। खबर में अखबार ने लिखा है, बताते हैं कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी थीं। दशहरा आयोजक को जिम्मेदार बताया गया है जबकि क्यों यानी कारण यह बताया गया है, तेज आतिशबाजी और वीडियो बनाने के दौरान नहीं सुनी ट्रेन की आवाज।
दैनिक जागरण में मौत का मातम शीर्षक में पहला बिन्दु है – राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री ने जताया शोक। एक बिन्दु है, मृतकों के परिवारों को सात-सात लाख का मुआवजा, घायलों को 50 हजार। मौत का मातम के ही नीचे एक और बिन्दु है, रेल मंत्री पीयूष गोयल अमेरिकी दौरा बीच में रद्द (कर) स्वदेश लौटे।
पांच-पांच लाख का मुआवजा शीर्षक से बताया गया है कि पंजाब के मुख्य मंत्री अमरिन्दर सिंह ने मारे गए लोगों के आश्रितों को पांच-पांच लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है। इसी के साथ एक अलग खबर का शीर्षक है पीएम ने दिए दो-दो लाख। इसमें कहा गया है, भीषण हादसे पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गहरा शोक जताया है। पीएम ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख देने की घोषणा की है। एक का शीर्षक है हादसे के बाद डॉ. नवजोत सिंह सिद्धू खिसकीं, दूसरे का शीर्षक है, डॉ. सिद्धू ने फोन तक नहीं उठाया। इस खबर के अंत में लिखा है, …. इसके बाद वह गुरुनानक देव अस्पताल पहुंची, लेकिन वहां भी लोगों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की।
राजस्थान पत्रिका ने दर्दनाक हादसा : महज छह सेकेंड में ट्रेन ने छीन ली कई जिन्दगियां – फ्लैग शीर्षक से इस खबर को छापा है और मुख्य शीर्षक लगाया है, उधर रावण धू-धू जला, इधर पटाखों के शोर में भीड़ को कुचल गई ट्रेन। तीन सूचनाएं प्रमुखता से छापी गई हैं, 60 लोगों की मौत की पुष्टि, रात 12 बजे तक। दूसरी सूचना है, 100 से ज्यादा लोग घायल, कई अस्पतालों में भर्ती और तीसरा, 400 से ज्यादा लोग ट्रैक पर मौजूद थे हीदस् के वक्त।
पत्रिका ने भी लीड के साथ कई छोटी-छोटी संबंधित सूचनाएं छापी हैं। उनमें जिनकी चर्चा अभी तक नहीं हुई वो हैं, रेल राज्य मंत्री अमृतसर के लिए रवाना हो गए हालांकि यह रेल मंत्री अमेरिका से लौटे शीर्षक के तहत है। हादसे के बाद चली गईं नवजोत कौर शीर्षक से अखबार ने लिखा है, बाद में नवजोत कौर अस्पताल आईं और कहा, हर साल इसी जगह दशहरा होता है। क्या हमने लोगों को ट्रैक पर बिठाया। इस हादसे में हमारी गलती नहीं है। भाजपा भी इसी जगह आयोजन कराती थी।
पत्रिका ने एक छोटी खबर रेलवे और स्थानीय प्रशासन पर सवाल शीर्षक से भी छापा है। इसमें एक चश्मदीद के हवाले से कहा गया है, प्रशासन और दशहरा समिति की गलती है।
अमर उजाला ने पांच कॉलम में दो लाइन का शीर्षक लगाया है – अमृतसर में पटरी पर खड़े हो जलता रावण देख रहे लोगों को रौंदकर गुजर गई ट्रेन । अखबार ने हे राम के साथ दो दो लाइन के तीन उपशीर्षक बनाए हैं। इनमें पहले है, पटाखों की आवाज के कारण नहीं सुनाई दिया ट्रेन का हॉर्न, दूसरा है – बचने को नहीं मिला कोई मौका, मृतकों में महिलाएं बच्चे सब शामिल, पंजाब में आज राजकीय शोक, स्कूल कॉलेज बंद।
अमर उजाला में अभी तक हीं बताई गई नई सूचना है, जलंधर से अमृतसर और अमृतसर से दिल्ली के लिए सभी ट्रेनें रद्द। मुख्यमंत्री ने इजराइल दौरा टाला। नवजोत कौर थीं मुख्य अतिथि – इस शीर्षक से अखबार ने लिखा है कि कांग्रेस विधायक नवजोत सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर मुख्य अतिथि थीं। अखबार ने उनपर मौके से भाग जाने के आरोपों पर उनका पक्ष लिखा है, दुर्घटना से पहले मैं वहां से निकल चुकी थी घटना पर राजनीति शर्मनाक है।
वरिष्ठ पत्रकार और अनुवादक संजय कुमार सिंह की रिपोर्ट। संपर्क : [email protected]