रायपुर : प्रदेश का एकमात्र पत्रकारिता विवि जिसे “गुरुकुल” कहकर भी वाहवाही लूटी जाती है। असल में दलाली, भड़वागिरि और घोटालों का कुल है। और यही उजागर करना छात्रनेता हनी सिंह बग्गा पर भारी पड़ा। NSUI के ग्रामीण अध्यक्ष हनी सिंह बग्गा लम्बे समय से विवि के दलालों की खिलाफत कर रहा है। पैसे लेकर पास कराना, हॉस्टल के छात्रों को भूखे रखना, चहेते छात्रों की फर्जी अटेंडेंस हो या फिर किसी छात्रा को बिना पेपर दिए ही पास कर देना जैसे कृत्यों का बतौर छात्रनेता हनी जमकर खिलाफत करता है और मीडिया को भी बकायदा सबूत देता है।
दरअसल KTU प्रशासन ने कुछ दिनों पूर्व घोषित परिणामों में एक छात्रा जिसने विषय विशेष की परीक्षा दी ही नहीं थी, उसे 39 नम्बर देकर पास बता दिया था। इस कारनामे की भनक हनी को मिलते ही उसने छात्रों के साथ विवि का घेराव कर लिया। और उग्र आंदोलन भी किया। जिसके बाद KTU के भड़वों ने वहां मौजूद सुरक्षा गार्ड के कन्धे पर बंदूक रख उससे FIR करवाई कि हनी और उसके “अज्ञात” साथियों ने उसे जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद से छात्रों का जमकर समर्थन हनी को मिल रहा है।
हनी को मिलता छात्र समर्थन और मीडिया का कवरेज दोनों को देखते हुये KTU के दल्ले स्टाफ की नींद हराम हो गई है। उन्हें यकीं हो चला है कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो पक्का 2-4 की नौकरी लील ली जायेगी। और अगर ऐसा हुआ तो दल्लों की पैनल टूट जायेगी। क्योंकि यहां एक बन्दा दूसरे का सहयोगी है। ऐसे में चुन चुनकर भड़वों को भरने की मेहनत पर पानी फिर जायेगा।
आशीष चौकसे
पत्रकार, राजनीतिक विश्लेषक और ब्लॉगर
ashishchouksey0019@gmail.com
Comments on “कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विवि के कारनामों की पोल खोलने वाले छात्रनेता पर FIR करवा दी गई”
आशीष भाई, आप तो पत्रकार हैं ना. सच लिखिए ना. आप क्यों इस नेता के खिलाफ भडवागिरी कर रहे हैं. असलियत क्या है मैं बताता हूं.
इस छात्र नेता हनी बगगा ने जूनियर छात्रों को बरगलाकर वि.वि में तोडफोड करवाई. चैनल गेट तुडवाया, गमले तुडवाए और भाग गया. जब विवि की ओर से एफआईआर करवाई गई तो बेचारे जो छात्र जेल भेजे गए, आज वे जमानत के लिए तरस रहे हैं. उनके माता पिता परेशान हो रहे हैं और जेल गए छात्रों को परीक्षा तक से वंचित कर दिया गया है. निचली अदालत ने जमानत रदद कर दी है और हाईकोर्ट में एक महीने तो लगेगा ही.
यानि इस बग्गा के चक्कर में जो छात्रों ने साथ दिया, वे जेल जाने के बाद अअसहाय हो गए हैं. बग्गा तो दिल्ली में बैठकर मजा कर रहा है और फरार है. अभी उसकी रिंग सेयरमनी भी हुई है. लेकिन वो रायपुर नही आ रहा. अगर उसे छात्रहित की चिंता है तो आए और जेल गए अपने साथियों की जमानत कराए.
आशीष भाई, आप तो पत्रकार हैं ना. सच लिखिए ना. आप क्यों इस नेता के खिलाफ भडवागिरी कर रहे हैं. असलियत क्या है मैं बताता हूं.
इस छात्र नेता हनी बगगा ने जूनियर छात्रों को बरगलाकर वि.वि में तोडफोड करवाई. चैनल गेट तुडवाया, गमले तुडवाए और भाग गया. जब विवि की ओर से एफआईआर करवाई गई तो बेचारे जो छात्र जेल भेजे गए, आज वे जमानत के लिए तरस रहे हैं. उनके माता पिता परेशान हो रहे हैं और जेल गए छात्रों को परीक्षा तक से वंचित कर दिया गया है. निचली अदालत ने जमानत रदद कर दी है और हाईकोर्ट में एक महीने तो लगेगा ही.
यानि इस बग्गा के चक्कर में जो छात्रों ने साथ दिया, वे जेल जाने के बाद अअसहाय हो गए हैं. बग्गा तो दिल्ली में बैठकर मजा कर रहा है और फरार है. अभी उसकी रिंग सेयरमनी भी हुई है. लेकिन वो रायपुर नही आ रहा. अगर उसे छात्रहित की चिंता है तो आए और जेल गए अपने साथियों की जमानत कराए.