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टीवी पत्रकार हरीश चन्द्र बर्णवाल को भारतेंदु हरिश्चंद्र पुरस्कार

IBN7 में कार्यरत वरिष्ठ पत्रकार हरीश चन्द्र बर्णवाल को साल 2011 के भारतेंदु पुरस्कार के लिए चुना गया है। उन्हें उनकी किताब  ‘टेलीविजन की भाषा’ के लिए ये पुरस्कार 9 सितंबर को सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर दोपहर 3 बजे न्यू मीडिया सेंटर (शास्त्री भवन के सामने) में आयोजित कार्यक्रम में देंगे। गौरतलब है कि भारत सरकार के सूचना प्रसारण मंत्रालय द्वारा दिया जाने वाला ये पुरस्कार पत्रकारिता जगत के लिए एक प्रतिष्ठित पुरस्कार है। प्रकाशन विभाग द्वारा गठित एक हाई प्रोफाइल कमेटी बकायदा इसके लिए देश भर की तमाम किताबों में चयन करती है। अलग-अलग कैटेगरी में कई लोगों को ये पुरस्कार दिया जाता है।

<p>IBN7 में कार्यरत वरिष्ठ पत्रकार हरीश चन्द्र बर्णवाल को साल 2011 के भारतेंदु पुरस्कार के लिए चुना गया है। उन्हें उनकी किताब  'टेलीविजन की भाषा' के लिए ये पुरस्कार 9 सितंबर को सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर दोपहर 3 बजे न्यू मीडिया सेंटर (शास्त्री भवन के सामने) में आयोजित कार्यक्रम में देंगे। गौरतलब है कि भारत सरकार के सूचना प्रसारण मंत्रालय द्वारा दिया जाने वाला ये पुरस्कार पत्रकारिता जगत के लिए एक प्रतिष्ठित पुरस्कार है। प्रकाशन विभाग द्वारा गठित एक हाई प्रोफाइल कमेटी बकायदा इसके लिए देश भर की तमाम किताबों में चयन करती है। अलग-अलग कैटेगरी में कई लोगों को ये पुरस्कार दिया जाता है।</p>

IBN7 में कार्यरत वरिष्ठ पत्रकार हरीश चन्द्र बर्णवाल को साल 2011 के भारतेंदु पुरस्कार के लिए चुना गया है। उन्हें उनकी किताब  ‘टेलीविजन की भाषा’ के लिए ये पुरस्कार 9 सितंबर को सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर दोपहर 3 बजे न्यू मीडिया सेंटर (शास्त्री भवन के सामने) में आयोजित कार्यक्रम में देंगे। गौरतलब है कि भारत सरकार के सूचना प्रसारण मंत्रालय द्वारा दिया जाने वाला ये पुरस्कार पत्रकारिता जगत के लिए एक प्रतिष्ठित पुरस्कार है। प्रकाशन विभाग द्वारा गठित एक हाई प्रोफाइल कमेटी बकायदा इसके लिए देश भर की तमाम किताबों में चयन करती है। अलग-अलग कैटेगरी में कई लोगों को ये पुरस्कार दिया जाता है।

हरीश चन्द्र बर्णवाल की ये किताब ‘टेलीविजन की भाषा’ साल 2011 में राजकमल प्रकाशन ने प्रकाशित की थी। टेलीविजन न्यूज की दुनिया में काम करने की इच्छा रखने वाले विद्यार्थियों के लिए ये एक अहम किताब है। साल 2011 में इस किताब का विमोचन एक साथ देश के 8 जाने माने दिग्गज संपादकों ने किया था। इसमें राजदीप सरदेसाई, कमर वाहिद नकवी, आशुतोष, विनोद कापड़ी, सतीश के सिंह, अजीत अंजुम, चंदन मित्रा, श्रवण गर्ग शामिल थे। किताब की प्रस्तावना राजदीप सरदेसाई ने लिखी है।

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हरीश चन्द्र बर्णवाल को इससे पहले उनकी कहानियों पर भी कई बड़े पुरस्कार मिल चुके हैं। इसमें अखिल भारतीय अमृतलाल नागर पुरस्कार, हिन्दी अकादमी, दिल्ली सरकार का पुरस्कार, कादंबिनी, हिन्दुस्तान टाइम्स का पुरस्कार शामिल है। हरीश चन्द्र बर्णवाल की अब तक चार किताबें आ चुकी हैं। इसमें गजल संग्रह ‘लहरों की गूंज’, कहानी संग्रह ‘सच कहता हूं’, नरेंद्र मोदी पर ‘मोदी मंत्र’ शामिल है। हरीश चन्द्र बर्णवाल को आप उनकी ईमेल [email protected] पर बधाई दे सकते हैं.

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0 Comments

  1. SHANKAR JALAN

    August 30, 2014 at 12:30 pm

    बधाई…

  2. sanjib

    August 31, 2014 at 7:25 pm

    Burnwal ji ko Dheron Shubhkamnaein….

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