यशवंत सिंह-
‘आजतक’ में लंबे समय तक रहे और इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब सक्रिय पत्रकार दीपक शर्मा एक शाम ट्विटर पर स्पेश के माध्यम से आडियो बैठक रखते हैं. बहुत सारे लोग इसमें जुड़े. दिल्ली लखनऊ के पत्रकार, रिटायर अफसर, सोशल एक्टिविस्ट आदि शामिल हुए. लखनऊ के स्वनामधन्य वरिष्ठ पत्रकार और मीडिया नेता हेमंत तिवारी भी प्रकट हुए. वे ठीकठाक ‘चढ़ाए’ हुए थे. महफिल लूटने की ज़िद में क्रांतिकारी तेवर धारण किए और बताने लगे कि कैसे यूपी में एसटीएफ सबके फोन टेप कर रही है. हेमंत की आवाज से जाहिर हो रहा था कि वे घोड़े पर सवार हैं.
‘ट्विटर’ पर आडियो चौपाल ‘स्पेस’ की खास बात ये है कि यहां होने वाली पूरी बातचीत ट्विटर खुद सेव नहीं करता. इस बैठकी में शामिल कोई शख्स अगर स्क्रीनरिकार्डर के माध्यम से पूरी बातचीत को रिकार्ड कर ले तो ही सेव किया जा सकता है.
हेमंत तिवारी जैसे वरिष्ठ पत्रकार और मीडिया नेता द्वारा लगाए गए सनसनीखेज आरोप को लखनऊ के 4पीएम के पत्रकार संजय शर्मा ने अपने मोबाइल से रिकार्ड करना शुरू किया और उसके आधार पर ट्विटर फेसबुक आदि पर खबर अपलोड कर दी कि हेमंत तिवारी जैसे बड़े पत्रकार नेता का आरोप है कि एसटीएफ सबके फोन टेप कर रही है.
इसके बाद लोगों ने रीट्वीट करना शुरू कर दिया. दिल्ली लखनऊ के पत्रकारों ने इस मामले को इतना फैलाया कि ये पेगासस सरीखा हो गया. अंतत: पीएमओ को यूपी सरकार से पूछना पड़ा कि ये क्या रायता है.
इसके बाद यूपी का पुलिस महकमा सक्रिय हुआ. एसटीएफ के अफसरों की बैठक हुई. फौरन सबको नोटिस भेजा गया. हेमंत तिवारी, संजय शर्मा आदि को.
सबसे पहला लिखित जवाब हेमंत शर्मा ने दिया और इसमें उन्होंने बताया कि वे संजय शर्मा को जानते तक नहीं और न ही कभी मिले हैं. साथ ही ये भी बताया कि वे हमेशा एसटीएफ को महान बताते लिखते रहे हैं. वे सदा सरकार और पुलिस के साथ रहे हैं… आदि इत्यादि…
मतलब रात वाली जब उतर गई तो दिन में उन्होंने डैमेज कंट्रोल के लिए पूरा का पूरा शीर्षासन कर दिया.
संजय शर्मा कहते हैं कि उन्हें बड़ा अजीब लगा जब उनके नेता हेमंत तिवारी ने उन्हें पहचानने से ही इनकार कर दिया.
इस मामले पर संजय शर्मा अपने तेवर में कायम रहे. उन्होंने 4पीएम चैनल पर पूरे प्रकरण पर अपना तेवरदार पक्ष रखा और हेमंत तिवारी के रात वाले आडियो लेक्चर को भी अपलोड कर दिया.
देखें सुनें हेमंत तिवारी ने रात में क्या कुछ खुलासा किया और उसके बाद दिन में जब एसटीएफ ने नोटिस भेजा तो कैसे पलट गए….
हेमंत का मूल वक्तव्य सुनें, इस लिंक पर क्लिक करें- hemant tiwar ka der raat ka krantikari khulasa
उपरोक्त खुलासे के बाद एसटीएफ ने जब नोटिस भेजा तो हेमंत ने ये दिया जवाब-
वैसे हेमंत तिवारी के लिए पलटना, मुकरना, मौके के हिसाब से रंग बदलना कुछ नया नहीं है. ढेरों कांड अतीत में हो चुके हैं. वे सत्ता सिस्टम के साथ खूब बढ़िया से तालमेल बनाकर चलते हैं और इसके फायदे भी उठाते रहते हैं. अबकी जाने कैसे देर रात क्रांतिकारी तेवर में आकर उन्होंने यंग एंग्री मैन वाली भूमिका अपना ली जिसके पश्चाताप में उन्हें लिखित तौर पर खुद को शासन का लायल सिद्ध करना पड़ रहा है.
इस मसले पर संजय शर्मा डरे झुके नहीं. वे न सिर्फ अपने स्टैंड पर कायम रहे बल्कि अपने स्टैंड के लिए सुबूत के बतौर हेमंत के वक्तव्य को भी पब्लिक कर दिया…
बताया जाता है कि हेमंत तिवारी ने संजय शर्मा को फोन कर ट्वीट डिलीट करने के लिए कहा था लेकिन जब संजय ने ऐसा करने से मना कर दिया तो हेमंत ने भी बदले में संजय शर्मा नामक किसी शख्स या पत्रकार को पहचानने से लिखित रूप से इनकार कर दिया…
देखिए संजय शर्मा का पक्ष…. Sanjay ka paksh
ये है एसटीएफ की तरफ से नोटिस…
वैसे देर रात क्रांति करने हेमंत के लिए नया नहीं है. इस चक्कर में कई बार बवाल हुआ. कई दफे पुलिस की मदद लेनी पड़ी. वक्त के साथ हेमंत ने खुद को काफी बदला. पर पुरानी आदतें पूरी तरह जाती कहां हैं. न आफलाइन तो अबकी आनलाइन सही!
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