मेरे पास हिंदी खबर के ब्यूरो की कॉल रिकॉर्डिंग है. उन्होंने ही मुझे कॉल किया था. इसमें साफ-साफ पैसे के लेन-देन की बात हो रही है. रही बात मेरे भाई की तो मेरा कोई भी भाई इस दुनिया में नहीं है, मेरा कोई रिश्तेदार तक मीडिया क्षेत्र में नहीं है. मेरे चाचा जी (महेश वत्स) अबसे 10 साल पहले सहारा समय के संवाददाता थे, 2008 में. उनके मर्डर के बाद कोई भी परिजन या रिश्तेदार किसी भी चैनल में कार्यरत नहीं है.
हिंदी खबर चैनल द्वारा अपनी कमियों को दबाने छुपाने के लिए अनर्गल बातें की जा रही हैं कि मेरा भाई जेल में बंद है. मेरे परिवार से आजतक कोई जेल नहीं गया है और न ही मेरे खिलाफ आजतक कोई भी किसी भी तरह का मुकदमा दर्ज हुआ है. मैंने हिंदी खबर चैनल के संपादक को जो पत्र भेजा है, उसे यहां साझा कर रहा हूं ताकि मेरी स्थिति क्लीयर हो जाए…
श्रीमान संपादक महोदय,
हिंदी खबर, नोएडा
विषय: आपके चैनल द्वारा की जा रही उगाही को आपके द्वारा नकारने के संबंध में,
महोदय,
मैंने गत 11 मार्च 2019 को आपको पत्र लिखकर आपके चैनल द्वारा की जा रही लेटर व आईडी के नाम पर उगाही के संबंध में सूचित किया था। जिसके उपरांत आपके चैनल की तरफ से एक लेटर जारी कर मेरे किसी भाई को जेल में होना बताया गया वह मुझे एक संगठित गैंग का सदस्य बताया गया।
श्रीमान मैं ललित पंडित अपने पूरे होशोहवास में आपके द्वारा जारी किए गए पत्र का पूरी तरह से खंडन करते हुए आपको बताना चाहता हूं कि मेरा कोई भाई इस दुनिया में उपलब्ध नहीं है व मेरे परिवार व उन से जुड़ा हुआ कोई भी व्यक्ति (स्त्री या पुरुष) मीडिया जगत के किसी भी चैनल अथवा किसी भी अखबार पोर्टल से किसी भी तरह जुड़ा हुआ नहीं है। आपकी जानकारी के लिए बताना चाहता हूं कि मुझ पर यह मेरे परिवार के किसी भी सदस्य के खिलाफ कोई भी मुकदमा आज तक पंजीकृत नहीं हुआ है।
रही बात आपके चैनल द्वारा उगाही की तो आपकी अधिक जानकारी के लिए इस पत्र के साथ दो ऑडियो क्लिप संलग्न कर रहा हूं जो मेरे द्वारा आपके चैनल हिंदी खबर के ऑफिशल व्हाट्सएप ग्रुप से लेफ्ट होने के बाद भी है जिनमें आपके चैनल के सम्मानित ब्यूरो श्री कपिल चौधरी जी आपके चैनल द्वारा पैसे मांगने की बात कबूल करते हुए इस बारे में आप से बात करने की बात कही जा रही है।
अगर आप इससे भी संतुष्ट नहीं हो पाते हैं तो कृपया मुझे सूचित करने की कृपा करें मैं आपको मेरे पास उपलब्ध साक्ष्यों में से कुछ अन्य साक्ष्य भी उपलब्ध करा दूंगा। आपके चैनल द्वारा स्ट्रिंगर को मजबूर किया जाता रहा है व पहले भी इस तरह की चीजें प्रकाश में आ चुकी हैं।
आपसे अनुरोध है कि आप मेरे ऊपर लगाए गए फर्जी आरोप को एक पत्र लिखकर वापस लें, अन्यथा मुझे माननीय न्यायालय का सहारा लेने के लिए विवश होना पड़ेगा।
धन्यवाद सहित,
आपका आभारी
ललित पंडित
ग्रेटर नोएडा
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