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‘हिंदी खबर’ के रिपोर्टर की दुःख भरी कहानी…

सेवा में
श्रीमान यशवंत सिंह जी
संपादक, भड़ास4 मीडिया।

विषय- हिंदी खबर के रिपोर्टर की दुःख भरी कहानी।

कई चैनलों में काम करने के बाद अतुल अग्रवाल ने अब हिंदी खबर में काम शुरू किया है। इस चैनल में पहली बार कई ब्यूरो बनाने की प्रथा की शुरुवात की गई है। चैनल अभी यूट्यूब पर ही चल रहा है, लेकिन यूपी के अधिकारियों पर दबाव बनाकर अपनी जरूरतों को पूरा करने का खेल शुरू कर दिया गया है। कभी यह बताया जाता है कि मुख्यमंत्री ने खबर चलने के बाद संज्ञान लिया और कार्यवाही कर दी मगर कहीं भी यह चैनल दिखाई नहीं दे रहा है।

<p>सेवा में <br />श्रीमान यशवंत सिंह जी<br />संपादक, भड़ास4 मीडिया।</p> <p>विषय- हिंदी खबर के रिपोर्टर की दुःख भरी कहानी।</p> <p>कई चैनलों में काम करने के बाद अतुल अग्रवाल ने अब हिंदी खबर में काम शुरू किया है। इस चैनल में पहली बार कई ब्यूरो बनाने की प्रथा की शुरुवात की गई है। चैनल अभी यूट्यूब पर ही चल रहा है, लेकिन यूपी के अधिकारियों पर दबाव बनाकर अपनी जरूरतों को पूरा करने का खेल शुरू कर दिया गया है। कभी यह बताया जाता है कि मुख्यमंत्री ने खबर चलने के बाद संज्ञान लिया और कार्यवाही कर दी मगर कहीं भी यह चैनल दिखाई नहीं दे रहा है।</p>

सेवा में
श्रीमान यशवंत सिंह जी
संपादक, भड़ास4 मीडिया।

विषय- हिंदी खबर के रिपोर्टर की दुःख भरी कहानी।

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कई चैनलों में काम करने के बाद अतुल अग्रवाल ने अब हिंदी खबर में काम शुरू किया है। इस चैनल में पहली बार कई ब्यूरो बनाने की प्रथा की शुरुवात की गई है। चैनल अभी यूट्यूब पर ही चल रहा है, लेकिन यूपी के अधिकारियों पर दबाव बनाकर अपनी जरूरतों को पूरा करने का खेल शुरू कर दिया गया है। कभी यह बताया जाता है कि मुख्यमंत्री ने खबर चलने के बाद संज्ञान लिया और कार्यवाही कर दी मगर कहीं भी यह चैनल दिखाई नहीं दे रहा है।

बुंदेलखंड यूपी का हिस्सा है। हिंदी खबर के डायरेक्टर अतुल जी ने बुंदेलखंड ब्यूरो चीफ राजेश सोनी को  बना दिया। सोनी जी झोला भर कर दिल्ली से माइक आईडी लेकर आ गए हैं और अपनी गाड़ी में डालकर घूमने लगे हैं। बुंदेलखंड में ख़ाक छानते और माइक आईडी बांटते। जिसको चाहते हैं रिपोर्टर रखकर काम शुरू करवा देते हैं। अपनी मांगों की शर्तें रखकर रिपोर्टर को परेशान करना उनके लिए आम बात है। अभी हाल में हमीरपुर में 2 माह में 2 रिपोर्टर बदल दिए। अब हिंदी खबर का खेल कई कारनामों को लेकर शुरू हो गया है। रिपोर्टर को एक तो तनखाह नहीं दूसरी तरफ दबाव बनाकर काम लेना, हिंदी खबर के लिए यह सब आम बात है। जब चाहें रिपोर्टर रखें, जब चाहें निकाल दें। मजाक बना कर रख दिया है। ऐसे में हिंदी खबर का भविष्य नहीं रह गया है।

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एक तरफ मजीठिया आयोग की सिफारिशें लागू करने के लिए सुप्रीम कोर्ट प्रिंट मीडिया घरानों पर दबाव बनाये हुए है वहीं कुकुरमुत्तों की तरह उग रहे न्यूज़ चैनलों में पत्रकार ही पत्रकारों के शोषण पर आमादा हैं। ताजा मामला बुंदेलखंड के हमीरपुर का है जहां हिंदी खबर चैनल अस्तित्व में आने के लिए छटपटा रहा। यह चैनल यूट्यूब और व्हाट्सअप पर खबरें घुसेड़-घुसेड़ कर अपने को बड़ा न्यूज चैनल होने का दावा कर रहा लेकिन हमीरपुर में 2 महीने में जाने क्यों 3 रिपोर्टर बदल दिये गए। इन सभी से खबरें तो ली गयीं लेकिन पेमेंट एक पैसा भी नही दिया गया। पेमेंट की बात तो दूर, उलटे बुंदेलखंड ब्यूरो बताने वाले राजेश सोनी इनसे चैनल में बने रहने के लिए लगातार तरह तरह के डिमांड करते रहे। इसे पूरा नहीं करने पर रिपोर्टर को निकाल दिया जाता है।

राजेश सोनी ने ओमप्रकाश दोहरे को हमीरपुर का रिपोर्टर बनाया और फिर शुरू किया अपना खेल। मानसिक दबाव बनाकर लगातार डिमांड करने लगे। इसकी पूर्ति जब ओमप्रकाश द्वारा नहीं की गई तो ओपी दोहरे से आईडी छीन ली गयी। उन्होंने दुःखी होकर अपने पत्रकार साथियों को बताया कि डिमांड नहीं पूरी होने पर निकाल दिया गया। हमीरपुर के पत्रकार इस घटनाक्रम से दुखी हैं। हिंदी खबर का ब्यूरो राजेश सोनी है जो कि न्यूज़24 का भी स्टिंगर है।

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राजेश सोनी के बारे में बताया जाता है कि पुलिस, डाक्टरों, टीचरों का स्टिंग करके रौब जमाना इनका मूल काम है। जबसे अतुल अग्रवाल का साथ पाया है और हिंदी खबर का ब्यूरो बन गया, इसने दर्जनों चैनल की आईडी लेकर महोबा झांसी, बाँदा, ललितपुर जालौन, हमीरपुर आदि में घूम घूम कर आईडी बेच रहा है। राजेश सोनी न्यूज़ 24 में है और इसकी शिकायत समय समय पर चैनल में भी होती रही है लेकिन दंद फंद में माहिर राजेश सोनी अब भी दोनों चैनल में बना हुआ है। यह अब पत्रकारों का ही शोषण करने लगा है।

पत्रकार होने के चलते पुलिस कोई कर्रवाई करने से बचती रही है। इसने एक ट्रैफिक इंस्पेक्टर और एक सिपाही का स्टिंग कर एसपी को दे दिया जिसके कारण दोनों निलम्बित हो गए। एसपी हमीरपुर ने यह कार्रवाई चैनल पर खबर नहीं चलाने की शर्त पर किया। इस मामले में एसआई राकेश यादव तत्कालीन ट्रैफिक इंस्पेक्टर के साथ एक सिपाही भी निलंबित हुआ था। इस मामले में राजेश सोनी पुलिस का रजिस्टर्ड गवाह है। राजेश सोनी के पास अपना कोई बिजनेस नहीं है लेकिन यह कार से घूमता है और ठाट बाट से रहता है।

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हिंदी खबर, हमीरपुर से निष्काषित रिपोर्टर ओपी दोहरे की जुबान से सुनिए कहानी… क्लिक करें इस यूट्यूब लिंक पर : https://youtu.be/DyjIkMI_EAg

प्रेषक
ओपी दोहरे
हमीरपुर
यूपी
09415859946
[email protected]

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