बरेली से बड़ी खबर आ रही है कि हिन्दुस्तान अब मजीठिया का क्लेम करने वाले कर्मचारियों को प्रताड़ित करने के लिए ओछी और घटिया हरकतों पर उतर आया है। मजीठिया की लड़ाई को कुचलने के लिए परिवारों को भी निशाना बनाने से नहीं चूक रहा है। ताजा मामला बरेली हिन्दुस्तान में अरसे से मीडिया मार्केटिंग(विज्ञापन) में कार्यरत अशोक गंगवार का है।
अशोक गंगवार ने बरेली उप श्रमायुक्त के समक्ष मजीठिया वेज बोर्ड के मुताबिक वेतन-भत्तों का क्लेम हिन्दुस्तान प्रबंधन पर कर रखा है। बरेली उप श्रमायुक्त ने मामले में 17(1) के तहत सुनवाई पूरी करके मामला 17(2) के तहत अग्रेतर कार्रवाई के लिए श्रम न्यायालय बरेली को संदर्भित कर दिया है। अशोक गंगवार लाखों का क्लेम केस करके भी लगातार यूनिट कार्यालय पर ड्यूटी कर रहे हैं जोकि प्रबंधन को नागवार गुजर रहा है। प्रबंधन ना तो अशोक गंगवार पर कार्रवाई की हिम्मत जुटा पा रहा है और न ही क्लेम केस वापस करा पा रहा है।
शनिवार को बरेली यूनिट पर विज्ञापन का वर्ष 2017-18 में टारगेट पूरा करने वाली एजेंसियों को उनका इन्सेंटिव बांटा गया। इन्सेंटिव बांटने देहरादून से आये कलस्टर हेड योगेन्द्र सिंह ने पर्सनल इश्यू बताकर एकाएक सिद्धि एडवरटाइजिंग एजेंसी के आशीष गंगवार को उनका इन्सेंटिव देने से मना कर दिया। आशीष गंगवार बरेली यूनिट में कार्यरत मजीठिया क्लेमकर्ता अशोक गंगवार के बेटे हैं। आशीष गंगवार के विरोध करने पर मार्केटिंग हेड मनीष राय व सिटी हेड आशीष गोस्वामी ने एजेंसी खत्म करने की धमकी दी। रिटेल डील को भी दूसरी एजेंसी से चेंज कर देने की बात कही।
आशीष गंगवार का इन्सेंटिव का करीब ढाई लाख रुपया कंपनी पर बनता है। वह अब मामले में अदालत में कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी में हैं। बताते है कि उसी दिन शाम को आशीष के पिता मजीठिया क्लेमकर्ता अशोक गंगवार को कलस्टर हेड योगेन्द्र सिंह ने सार्वजनिक रूप से सबके सामने पहले तो कंपनी पर केस करने पर नाराजगी जताई फिर धमकी दी कि नौकरी से बाहर कर दिए जाओगे।
djhd
May 8, 2018 at 3:31 pm
yah kya ho gaya
Siddharth singh
May 18, 2018 at 2:02 pm
This is not acceptable
Sohan singh
May 18, 2018 at 2:05 pm
Yai dadagiri nahi chlegi.