Zee ग्रुप के पत्रकार हनी महाजन ने इस्तीफा दे दिया है. हनी बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं और Script writer से लेकर रिपोर्टर, एंकर, एमसीआर, एडिटिंग तक में अपने हुनर का जलवा दिखा चुके हैं. वे इसके पहले खोज इंडिया में विनोद मेहता के साथ थे. फिर फोकस न्यूज में अपनी पहचान बनाई. उसके बाद ZEE ग्रुप में आए. अब वे जी मीडिया नेटवर्क को अलविदा कह चुके हैं. हनी ने ZEE ENTERTAINMENT के मैनेजर Shailender Kumar को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. हनी ने PTC NEWS के साथ नई पारी की शुरुआत की है.
उधर, वरिष्ठ पत्रकार परीक्षित निर्भय ने अमर उजाला के साथ नई पारी शुरू की है. अमर उजाला में इन्हें नेशनल ब्यूरो में केंद्र व दिल्ली राज्य की जिम्मेदारी दी गई है. वे स्वास्थ्य बीट देखेंगे. निर्भय इसके पहले दैनिक भास्कर के साथ लंबी पारी खेल चुके हैं. भोपाल, नागपुर, पानीपत और रोहतक में रहते हुए कई बड़ी खबरों को ब्रेक किया. इन्हें तीन बार बेस्ट रिपोर्टर का खिताब दिया जा चुका है. अमर उजाला से जुड़ने के बाद परीक्षित निर्भय ने देश भर के स्वास्थ्य बीट देखने वाले पत्रकारों को एक मंच पर लाने का प्रयास करते हुए एक फेसबुक पेज भी बनाया है.
प्रवीण पाठक के बारे में खबर आ रही है कि उन्होंने प्रतिनिधि न्यूज़ चैनल छोड़ दिया है. प्रवीण ने नई पारी की शुरुआत उत्तराखंड में ख़बरें अभी तक चैनल के साथ की है. प्रवीण को उत्तराखंड का ब्यूरो हेड बनाया गया है.
Rakesh
October 5, 2017 at 7:10 pm
प्रतिनिधि तो अब सभी नें छोड़ दिया है प्रवीण पाठक महोदय,,,,, वो अब परिवार जो हो गया है
Rajesh
October 6, 2017 at 7:01 am
सभी मीडियाकर्मियों से अपील है भूल कर भी प्रतिनिधि चैनल में ना जाएँ , यह मीडिया के इतिहास का अब तक का सबसे घटिया सोच और मैनेजमेंट वाला चैनल है,,, जो कि अब प्रतिनिधि परिवार हो गया है,,,,मेरे मित्र की पांच महीने की सैलरी और एक साल का पीएफ का पैसा नहीं दे रहे हैं,,,,, इस चैनल को कभी ना ज्वाॅइन करें
Pankaj
October 7, 2017 at 5:32 pm
मैने एक साल तक काम किया प्रतिनिधि के लिए,,, मेरी पांच महीने की सैलरी और एक साल का पीएफ का पैसा खा गया यह प्रतिनिधि परिवार, इस परिवार की और इसके रहनुमाओं की सोच इतनी घटिया है कि काम करने वाले कर्मचारी का परिवार भूखा मर जाए,,,,, इनका सीधा सा और एकदम विशुद्ध विचार है कि,,,
“तो क्या हुआ हम सैलरी नहीं दे पा रहे तो,,,, प्रतिनिधि को बंद कर दें क्या हमारा जीवन भर का सपना है “,
“यदी किसी का दो चार महीने का पैसा नहीं भी मिला तो जीवन खत्म नहीं हो जाएगा”
“हम देश को बदलने चले हैं, थोड़ी कुरबानी तो देनी होगी”
हां यह बात अलग है कि खुद फलों से भरे कटोरे,,, और जूस के गिलास और हवाई यात्राओं का सफर बदस्तूर जारी है॥
यहाँ यह सब इसलिए लिख रहा हूँ ताकी इस धूर्त संस्था और इसके मालिकान की घटिया सोच से सब वाकिफ हो सकें,,,,,
अपने पैसों के लिए में लेबर कोर्ट में मामले को ले जा चुका हूँ, दो नोटिस जाने के बाद भी संस्थान की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है, एक साल के पीएफ के पैसे के लिए भी EPFO में शिकायत कर चुका हूँ, और अपने पैसे को पाने की हर संभव कोशिश करूँगा एवं इस संघर्ष को आगे तक लेकर जाऊँगा
Sameer
October 8, 2017 at 6:02 pm
प्रतिनिधि परिवार एक ऐसा चैनल है जो लोगो और नए बच्चों के भविष्य के साथ खेलता है। अपने यहाँ काम करने वाले कर्मचारी को पैसा नहीं देता और ज्यादा कोई मांगे तो कहता है नहीं दूंगा जो करना है कर लो। बच्चे मीडिया में काम करने और सिखने के लालच में आते है लेकिन ये चैनल इनका शोषण करता है 10 घंटे की शिफ्ट करवाता है और तो और अगर छुट्टी वाले दिन भी काम के लिए बुलाता है नहीं आने पर गाली देने लगता है । अपना जाना आना और खुद के ऐश आराम में कोई कमी नहीं है बस मासूम बच्चों की सैलरी जो 6000 रुपए है उसे भी नहीं देता जबकि खुद को चैनेल पर दिखना है तो लाखों रुपए दे देता है। ये चोर चैनेल है और जनता के साथ अपने कर्मचारियों को भी धोखा दे रहा है ।