अणु शक्ति सिंह-
सवाल पूछने पर कैसे करियर ख़राब किया जा सकता है उसकी बानगी इस वक़्त IIMC में देखी जा सकती है। कुछ स्टूडेंट्स ने सवाल पूछने की हिमाक़त की और उनके साथ बदतर व्यवहार किया जा रहा है। प्रतिरोध पर बैठे इन लोगों को हमारे साथ की ज़रूरत है।
पत्रकारों का काम होता है सवाल पूछना। इसी वजह से उन्हें राज्य का चौथा स्तंभ कहा जाता है पर पत्रकारिता सिखाने वाली देश की अग्रणी संस्था आई आई एम सी पत्रकारिता के इसी विचार से भटक गई है। इस संस्था के कुछ विद्यार्थियों ने कुछ ज़रूरी सवाल किए तो उन्हें माओवादी और नक्सली कहा गया। उनके साथ लगातार ख़राब व्यवहार किया जा रहा है।
लगातार सताए जा रहे वे विद्यार्थी इस ठंड में प्रतिरोध में बैठे हैं। हम अगर कुछ और नहीं कर सकते हैं तो कम से कम उनके प्रतिरोध को स्वर दे ही सकते हैं। मीडिया से सवाल हम सब करते हैं, इस वक़्त ज़रूरत है कि हम आने वाले पत्रकारों की रीढ़ की हड्डी का ख़याल रखें!