: सेलरी नहीं देंगे, सेक्युरिटी मनी लेंगे, जहां का स्ट्रिंगर बनोगे वहां खुद आन एयर कराओगे चैनल : एमपी-सीजी यानि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से एक नया न्यूज चैनल आ रहा है, IND-24 नाम से. पी7 ग्रुप का एमपीसीजी चैनल बंद होने के बाद काफी सारे स्ट्रिंगर सड़क पर आ गए थे. मैंने अपने एक साथी को IND-24 के बारे में जानकारी दी और नौकरी के लिए बात करने को कहा. कुछ समय बाद उस स्ट्रिंगर का फोन मेरे पास आया और उसने मुझे बताया कि वहां सिक्युरिटी मनी की आड़ में काफी पैसे की मांग की जा रही है.
चैनल मालिकान ने चैनल चलाने की जिम्मेदारी हमारे जानकार नवीन पुरोहित जी को दे रखा है. आरोपों की जांच के लिए मैंने IND-24 के भोपाल स्थित ऑफिस में कॉल किया. वहां से मुझे एक मोबाईल न. 9425916463 दिया गया. मैने इस मोबाईल पर जांजगीर चापा के लिए स्ट्रिंगर बनने के लिए बात की. जिनसे मेरी मोबाईल पर बात हो रही थी वो कोई नवीन श्रीवासतव थे.
उनसे हमारी जो बातें हुई उसका ऑडियो नीचे अटैच कर भेज रहा हूं. नवीन ने मेरे सामने स्ट्रिंगर बनने के लिए जो शर्तें रखीं वो आप भी सुनें. पहली शर्त- चैनल को अपने क्षेत्र में ऑन एयर करवाना होगा, उसके लिए कंपनी पैसा नहीं देगी. दूसरी शर्त- कुछ पैसे सिक्युरिटी मनी के रूप में जमा कराना होगा, वह तय नहीं है बात टेबल पर बैठ कर होगी. और तीसरी शर्त- आपके मेहनताने के बदले चैनल कोई भुगतान नहीं करेगा. तो ये है आजकल के नए चैनलों का हाल. ये क्या करेंगे पत्रकारिता और कैसे कहलाएंगे चौथा खंभा. इनकी पूरी दुकान ब्लैकमेलिंग पर ही जब आधारित होगी तो ये खुद में सच बोलने का कितना नैतिक साहस रख पाएंगे.
एक मीडियाकर्मी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित. अगर आप उपरोक्त आडियो क्लिप नहीं सुन पा रहे हैं तो इस लिंक पर क्लिक कर सुनें या डाउनलोड कर लें : (सुनें डाउनलोड करें IND24 आडियो टेप)
Gopal
June 27, 2015 at 11:32 am
ये नवीन श्रीवास्तव वही है जो पहले भारत समाचार नाम के चैनल में था। वह भी इसे वसूली का काम दिया था। IND 24 CHANNEL बेरोजगार पत्रकारों से धन वसूली के लिए शुरू हुआ है। मीडिया ग्लैमर में नए लड़के जीवन बर्बाद कर रहे हैं। इस प्रकार के फर्जी चैनलों पर सर्कार को कार्यवाही करना चाहिए।
Atul jha
June 27, 2015 at 9:23 pm
इस चैनल का तो भगवान ही मालिक है क्योकि चैनल मालिक हरि सिह का काम दारू से लेकर चिटफन्ड कम्पनी चलाना है इस चैनल का मालिक आगरा से है इसके धन्धे कलकत्ता से लेकर मध्यप्रदेश व और राज्यो मे है नविन तो सिफ मोहरा है खिलाडी तो कोई और है इस चैनल की कमान उन लोगो के हाथो मे है जिससे कुछ पता ही नही चाहे यूपी हो चाहे मघ्य पदेश जाच का विषय है कि चैनल का लाइसेंस कैसे हो गया सरकार को संज्ञान लेना चाहिये कितने लोगो की जिदगी के साथ खिलवाड़ हो रहा है
Shalni
June 27, 2015 at 9:51 pm
मालिक के करीबी नविन का स्टीग मालिक ने करा दिया ind24 के यूपी के assignment पर संतोष शाही इसी चैनल मे कायरता है मालिक के कहने पर संतोष ने नबीनगर का स्टीग किया क्यो कि कुछ दिन पहले दिल्ली से कुछ लोग गये थे नवीन ने उसकी पिटाई कर दी इसको लेकर मालिक ने संतोष शाही से फोन कराया नवीन का स्टीग किया मालिक आपस मे ही लोगो को लडा रहा है
Firoj Khan
June 27, 2015 at 10:47 pm
#1 Firoj khan 2015-06-28 04:15
प्रेस काउन्सिल जैसी स़स्थाये कोमा में चली गई हैं, ये सब इन्ही की नाक के नीचे हो रहा है फिर भी ये गूंगी बहरी बनी रहती हैं .स्टिंगरो की इस हालत के लिये ये संस्थाएं भी कम जिम्मेदार नही हैं. ये बूढ़े मक्कार और चुके हुए लोगो का समूह है जो सिर्फ सरकार का पिछवाड़ा सहलाता है. इन्हें पत्रकारों की दुर्दशा से कोइ लेना देना नही.
Saurabh
June 28, 2015 at 3:10 am
शालनी जी सवाल ये नही है की स्टिग किसने और कैसे किया मै संतोस को जानता हू अगर नवीन पुरोहित नवीन श्रीवास्तव के जरिए पैसे लेकर बिन चैनल मालिक की जानकारी के आईडी बेच रहा है और आप जैसे सरान्ध दिमाग के लोग गलत करने वालो की आलोचना करने के बजाय मलिक में नुख्श निकाल रही है।शराब की फैक्ट्री के लिए सराकर लाईसेस देती है।और एक बात सतोस कभी आइएनडी मे थे अब नहीं है। नहीं तो वसूली की हिम्मत नवीन परोहित और उसकी टीम नहीं करती।
Naim Mirza
June 28, 2015 at 4:17 am
सही कह रहे हो सौरभ लेकिन टुटपुंजिया चिटफण्ड कम्पनियों ने जो भी चैनल चलाये हैं उन सबका यही हाल रहा है इस आई एन डी 24 के पीछे भी कलकत्ता की चिटफण्ड कम्पनी यूनिवर्सल मल्टीस्टेट क्रेडिट कोआपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड नाम की कम्पनी है जो उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश ,छत्तीसगढ़ और प.बंगाल में गरीबो की गाढी कमाई की चोरी कर रही है. अब जिसके जीन्स में ही चोरी चकारी होगी वो स्टिगंरो से वसूली ही करेगा न अब चाहे वो नवीन पुरोहित हो या सुनील श्रीवास्तव या फिर खुद इसका असली मालिक दीपक पुण्डीर
Nadim
June 29, 2015 at 1:21 pm
चैनल का आजकल बुरा हाल है तैनल आने से पहले ही खत्म हो जाते है जिस तरीके से मैने पढा कि चैनल चिटफन्ड कम्पनियो का है सरकार की गलती है कैसे लाइसेंस दिया एक बार BEA मे शिकायत जरूर करूँगा इस की जाच होनी चाहिये आखिर कैसे लाइसेंस हो गया मै इसी की शिकायत जरूर करूँगा